आश्रितों को 45 लाख का मुआवजा, हर महीने मिलेंगे 15-15 हजार रुपए प्रतिमाह
फर्जी रजिस्ट्री मामले में संचालक की जमानत खारिज, फिर भी नहीं हुई गिरफ्तारी
रायपुर (khabargali) राजधानी रायपुर के लाभांडी इलाक़े में स्थित अशोका बिरयानी प्रबंधन पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। प्रबंधन पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। वहीं मृतक के परिजनों को 45 लाख रुपए मुवावज़ा देने का ऐलान भी किया गया है। देर रात इस मामलें में विधायक मोतीलाल साहू और सूबे के गृहमंत्री विजय शर्मा के मौके पर पहुंचने के बाद ये कार्यवाही हुई है। पुलिस ने होटल मालिक के. के. तिवारी एमडी, सनाया तिवारी सीईओ और जीएम रोहित चंद्रा और रोमिना मंडल ब्रांच मैनेजर पर गैर इरादतन हत्या की धारा 304 के तहत मामला दर्ज किया है। होटल के जीएम रोहित चंद्रा रोमिना मंडल को पुलिस ने शुक्रवार की शाम को ही जेल भेज दिया था। इस मामले में बाकी आरोपी फरार बताए जा रहे है।
मौके पर पहुंचे पत्रकारों के साथ मारपीट के बाद मीडिया में प्रमुखता से आई खबरें और लोगों में आक्रोश को देखते हुए होटल को बंद कराने के आदेश जारी किए गए और रात में ही प्रशासन की टीमें पुलिस के साथ होटलों पर आधी रात तक कार्रवाई करती रही।
इधर जोरदार हंगामे और प्रदर्शन के बाद सूबे के गृहमंत्री विजय शर्मा, ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू,धरसीवां विधायक अनुज शर्मा की मौजूदगी में अशोका बिरयानी सेंटर प्रबंधन ने मृतक डेविड साहू और नीलकमल पटेल के परिवार को दिया 45 लाख रुपया का मुआवजा दिया है। जिसमें डेविड साहू के परिजनों को 25 और नीलकमल पटेल के परिजनों को 20 लाख का मुआवजा दिया गया। वहीं प्रबंधन ने 15-15 हजार रुपए प्रतिमाह उम्रभर दोनो परिवार को देने की बात भी मानी है। उचित मुआवजा मिलने की सहमति देने के बाद परिजन माने और देर रात शव लेकर रवाना गृहग्राम के लिए रवाना हुए।
यह था मामला
गौरतलब है कि राजधानी रायपुर के लाभंडी स्थित अशोका बिरयानी रेस्टोरेंट के गटर टैंक की सफाई के लिए उतरे दो कर्मचारियों की मौत हो गई थी। इस मामलें में रेस्टोरेंट प्रबंधक तक पुलिस नहीं पहुंच पाई थी। इधर मृतकों के परिजन और समाज के लोग न्याय की मांग करते हुए दोनों कर्मचारियों के शवों को रेस्टोरेंट के बाहर रखकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। इस बीच मौके पर उनका समर्थन करने पहुंचे भाजपा विधायक मोतीलाल साहू भी मृतकों के परिजनों के साथ धरने पर बैठ गए। उन्होंने पुलिस को दो टूक कहा कि ”जब तक प्रबंधक गिरफ़्तार नहीं होगा और मुआवजा नहीं मिलेगा, मैं यही पर बैठे रहूंगा।”
फ्रीजर में लाश रखकर किया प्रदर्शन
दो कर्मचारियों की मौत के दूसरे दिन जमकर हंगामा हुआ। मुआवजे की मांग को लेकर जांजगीर-चांपा निवासी नील कुमार पटेल के भाई दिनेश पटेल, धमतरी निवासी मृतक डेविड साहू की बहन खुशबू साहू एवं उसकी एक अन्य बहन अशोका बिरयानी के बाहर धरना देने पहुंचे। मृतक के परिजनों ने फ्रीजर में लाश रखकर अशोका बिरयानी के सामने देर शाम तक प्रदर्शन किया। वहीं रात करीब नौ बजे विधायक मोतीलाल साहू भी धरने पर बैठ गए।
सभी सेंटरों पर निगम ने जड़ा ताला
अशोका बिरयानी में दो कर्मियों की मौत की घटना को निगम प्रशासन ने भी गंभीरता से लिया है। शहर में अलग-अलग जगहों में संचालित अशोका बिरयानी सेंटर में कई तरह की अनियमितता पाए जाने के बाद निगम प्रशासन ने सभी सेंटरों को बंद करा दिया है। नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा के मुताबिक अशोका बिरयानी में लायसेंस के अलावा गुमास्ता एक्ट के उल्लंघन के साथ ही फायर एनओसी तथा वाहनों की पार्किंग व्यवस्था नहीं होने के अलावा जमीन विवाद का मामला भी है। इसके चलते जांच होते तक रेलवे स्टेशन, जीई रोड, रायपुरा, पचपेड़ीनाका में संचालित बिरयानी सेंटर बंद करा दिया गया है।
फर्जी रजिस्ट्री मामले में संचालक की जमानत खारिज, फिर भी नहीं किया गिरफ्तार
अशोका बिरयानी के संचालक कष्णकांत तिवारी के खिलाफ फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीन कब्जाने का मामला डीडीनगर थाने में गंभीर धाराओं के तहत दर्ज है। कृष्णकांत के खिलाफ मुंबई में रहने वाली रितु शर्मा ने रायपुर में अपने दादाजी के नाम पर खरीदी गई जमीन के फर्जी दस्तावेज कर रजिस्ट्री कराने को लेकर तीन वर्ष पूर्व रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रितु के मुताबिक बिलासपुर हाईकोर्ट ने कृष्णकांत की जमानत खारिज कर दी है, बावजूद इसके पुलिस ने कृष्णकांत को गिरफ्तार नहीं किया है। रितु ने कृष्णकांत द्वारा गुंडों की मदद से उनकी पिटाई करने का भी आरोप लगाया है।
बचाव के लिए उतरे थे आधा दर्जन से ज्यादा वकील
पत्रकारों के साथ मारपीट करने के आरोप में गिरफ्तार कर्मचारी रोमिना मंडल, नेहा मोडेकर उर्फ भूरी, लोकेश्वरी विश्वकर्मा, आकाश मानिकपुरी, मनीष मिश्रा तथा रोहित चंद्रा को पुलिस ने एसडीएम कोर्ट में पेश किया। आरोपियों के बचाव के लिए अशोका बिरयानी के संचालक की तरफ से आधा दर्जन से ज्यादा वकील पहुंचे थे। इसके अलावा पत्रकारों का पक्ष रखने विवेक तनवानी उपस्थित हुए। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद एसडीएम कोर्ट ने आरोपियों को जेल भेजने का फैसला सुनाया।
दोनों परिवार में कमाने वाला नहीं बचा कोई
प्रदर्शन के दौरान चर्चा करते हुए साहू समाज के नेता देवदत्त साहू एवं छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के युवा जिला संयोजक राहुल वर्मा ने बताया कि दोनों मृतकों का आश्रित परिवार बेहद गरीब है। डेविड साहू परिवार का इकलौता कमाने वाला था। उसकी छह बहनें हैं। मां की मौत हो चुकी है और पिता अपाहिज है। डेविड की कमाई से ही घर चलता था। बहनें बड़ी हैं और वे भी छोटा-मोटा काम करती हैं। इसी तरह जांजगीर निवासी नीलकमल पटेल शादीशुदा था। उसका डेढ़ साल का बेटा है। उसकी ढाई साल पहले शादी हुई थी। पत्नी जांजगीर में बच्चे के साथ रहती है, जबकि अशोका बिरयानी में वह इलेक्ट्रिशियन का काम करके घर चलाता था।प्रदर्शन में नीलकमल पटेल के भाई व अन्य रिश्तेदार पहुंचे थे। वहीं डेविड की बहनें यहां आई हुई थीं।
पत्रकारों से मारपीट का हल्ला मचा और तनाव बढ़ा, तब जाकर पुलिस सक्रिय हुई
गुरुवार को गटर की सफाई करने उतारे गए डेविड साहू 19 वर्ष खमरिया धमतरी और नीलकमल पटेल 30 वर्ष जांजगीर की मौत की सूचना मिलने पर पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी व डायल 112 के कर्मी अशोका बिरयानी पहुंचे और शवों को अस्पताल पहुंचा दिया। जबकि दो-दो युवकों की मौत के मामले को पुलिस अधिकारियों ने गंभीरता से तीन घंटे बाद तक नहीं लिया था। हादसे के बाद होटल खुला था और वहां वेटर ग्राहकों को बिरयानी समेत अन्य खाने-पीने के चीजें परोस रहे थे। ऐसे समय में मीडिया कर्मियों के साथ वहां मारपीट कर दी गई। मारपीट का हल्ला मचा और तनाव बढ़ा, तब कहीं जाकर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। तब आक्रोश काफी बढ़ चुका था।
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