
सिंगापुर-हांगकांग के बाद क्या भारत में भी बढ़ने लगा संक्रमण? घबराएं नहीं, बरतें ये सावधानियां
नई दिल्ली (खबरगली) पिछले एक महीने में सिंगापुर-हांगकांग और चीन सहित कई देशों में फिर से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने की खबर है। हांगकांग, सिंगापुर और चीन जैसे देशों में एक बार फिर से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। भारत में भी 257 कोरोना के मरीज मिले हैं। इससे घबराने की जरूरत नहीं है, बस कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है।
रविवार (18 मई) को खबर आई थी कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के विस्फोटक बल्लेबाज ट्रैविस हेड कोरोना संक्रमित हो गए हैं। अब सोमवार को बिग बॉस फेम शिल्पा शिरोडकर भी कोविड का शिकार पाई गई हैं। इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में शिल्पा ने लिखा, "नमस्ते दोस्तों! मेरा कोविड टेस्ट पॉजिटिव आया है। सुरक्षित रहें और मास्क पहनें! शिल्पा को संक्रमण का शिकार उस समय पाया गया है जब स्वास्थ्य विशेषज्ञ कोविड मामलों में ताजा उछाल पर बारीकी से नजर रख रहे हैं, खासकर दक्षिण पूर्व एशिया में कोरोना के बढ़ते मामले अलार्मिंग हैं। फिलहाल सिंगापुर एक नया हॉटस्पॉट बनकर उभरा है, यहां एक सप्ताह के भीतर ही संक्रमण के मामलों में 28 फीसदी से अधिक का उछाल देखा गया है। चीन से भी सामने आ रही जानकारियों से पता चलता है कि पिछले एक महीने में यहां भी कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। अब चूंकि शिल्पा शिरोडकर कोविड पॉजिटिव पाई गई हैं, ऐसे में सवाल उठने शुरू हो गए हैं कि क्या भारत में भी संक्रमण बढ़ रहा है?
क्या भारत में बढ़ सकते हैं कोविड के मामले?
ET HealthWorld की एक रिपोर्ट के अनुसार, हांगकांग, सिंगापुर, चीन और थाईलैंड में हाल ही में हुई वृद्धि का कारण संक्रमण से लड़ने के लिए एंटीबॉडी में कमी को माना जा रहा है। रिपोर्ट के हवाले से चिकित्सा विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में भी ऐसा हो सकता है। देश में तमिलनाडु, केरल और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में पहले से ही कोरोना के मामलों में मामूली उछाल दिखाई दे रहा है।
भारत में कोरोना की स्थिति
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर साझा की गई जानकारियों के मुताबिक फिलहाल देश में कोरोना के 257 एक्टिव केस हैं। महामारी की शुरुआत से अब तक 45 करोड़ से अधिक लोग संक्रमण का शिकार हुए हैं, जिसमें से 5.33 लाख से अधिक लोगों की मौत हो गई है। कोरोना से बचाव के लिए अब तक 220 करोड़ (दो-तीन डोज सहित) लोगों का टीकाकरण हो चुका है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, चूंकि कई एशियाई देश इन दिनों फिर से कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर अलर्ट पर हैं, ऐसे में भारत में भी विशेष निगरानी रखी जा रही है। हालांकि यहां संक्रमण के मामलों में विशेष उछाल की खबर नहीं है। समय के साथ लोगों के शरीर में वैक्सीनेशन से बनी प्रतिरक्षा कमजोर हो रही है और वायरस लगातार हम लोगों के बीच है, इसलिए फिर से इसके बढ़ने की खबरें आ रही हैं।
ध्यान देने योग्य बातें
COVID-19 का नया वैरिएंट- COVID-19 का JN.1 स्ट्रेन है जो सबसे पहले अगस्त 2023 में पाया गया था, और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दिसंबर 2023 में इसे 'वैरिएंट ऑफ़ इंटरेस्ट' के रूप में नामित किया था। यह ओमिक्रॉन BA.2.86 वैरिएंट का ही वंशज है। WHO के अनुसार JN.1 वैरिएंट में लगभग 30 म्यूटेशन हैं, और उनमें से LF.7 और NB.1.8 हैं, जो हाल के हफ़्तों में पाए जाने वाले मामलों में सबसे आम हैं। COVID-19 की नई लहर दक्षिण-पूर्व एशिया में हांगकांग और सिंगापुर से लेकर थाईलैंड तक उभरी है। उछाल में पाए जाने वाले ज़्यादातर मामले ओमिक्रॉन वैरिएंट JN.1 और इसके संबंधित वंशजों के कारण फैल रहे हैं। मई की शुरुआत में सिंगापुर में 14,000 से ज़्यादा मामले देखे गए, जबकि हांगकांग और थाईलैंड में भी इसी तरह की उछाल देखी गई।
बरतें कुछ सावधानियां
यदि आप गैर-आवश्यक यात्रा पर जाना है, तो अपनी यात्रा को स्थगित करना उचित है। मास्क पहनें। भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें। हाथ धोएं या सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें। बूस्टर शॉट लेने पर विचार करें। बुजुर्ग लोग, बच्चे, कैंसर और मधुमेह जैसी स्वास्थ्य स्थितियों वाले लोगों को जिन देशों में कोविड का संक्रमण बढ़ रहा है उन देशों की यात्रा करने से बचना चाहिए। सबसे बड़ी बात घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि अबतक की जानकारी के मुताबिक कोविड के मामले हल्के हैं, और लोग आमतौर पर बिना किसी बड़ी समस्या के ठीक हो जाते हैं।
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