कार्य मंत्रणा समिति की बैठक भी हुई
कैबिनेट गठन को लेकर विपक्षी नेताओं का तंज
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश ने राज्यपाल के अभिभाषण और अनुपूरक बजट पर यह प्रतिक्रिया दी
रायपुर (khabargali) छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोंक-झोंक हुई। विपक्ष के विधायकों ने कहा, किसान आत्महत्या कर रहे हैं, लेकिन उस बारे में कुछ नहीं कहा जा रहा है। विपक्षी नेताओं की टोका-टाकी के बीच राज्यपाल ने अभिभाषण पूरा किया, जिसके बाद कार्रवाई गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सदन में जय-जय श्री राम और छत्तीसगढ़ महतारी की जय के नारे लगे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सदन पटल पर दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया, जिस पर चर्चा अब गुरुवार को होगी।
राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने अंग्रेजी में अपने अभिभाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य की छठवीं विधानसभा के प्रथम सत्र में आप सभी नवनिर्वाचित सदस्यों का हार्दिक स्वागत और अभिनंदन करता हूं। राज्यपाल अंग्रेजी में भाषण दे रहे थे। हालांकि हिंदी में भाषण की प्रति सभी विधायकों को बांटी जा चुकी थी। इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें बीच में टोकते हुए कहा कि सदन में अंग्रेजी समझने वाले लोग कम हैं। हिंदी में अभिभाषण की प्रति सबके पास है, इसलिए इसे पढ़ा हुआ मान लिया जाए। राज्यपाल का भाषण चल रहा था, इसी बीच विपक्ष के सदस्यों ने सदन में किसान आत्महत्या और किसानों को दो साल का बोनस देने का मुद्दा जोर-शोर से उठाया। राज्यपाल ने विपक्ष के हंगामे को अनसुना करते हुए अपना भाषण जारी रखा।
जनता का भरोसा जीतकर सदन में मिली जगह
राज्यपाल ने कहा कि आप सभी ने जनता और मतदाताओं का विश्वास जीतकर इस सदन में स्थान अर्जित किया है। मुझे पूरा विश्वास है कि जनता की आकांक्षाओं और उम्मीदों को पूरा करने के लिए आप जी-जान से जुट जाएंगे। अपने मतदाताओं से किए हुए वादे निभाने के साथ ही छत्तीसगढ़ के समग्र विकास के लिए समुचित कदम उठाने की बहुत ही संवेदनशील जिम्मेदारी आप सभी के ऊपर रहेगी। सभी वर्गों का विकास सरकार की पहली प्राथमिकता होगी। इसके साथ ही कहा सदन की जो परंपरा है, उसे उच्च स्तर पर लेकर जाएं। पक्ष और विपक्ष दोनों के भावनाओं का पूरा सम्मान हो। मेरी सरकार गुड गवर्नेंस को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है। मेरी सरकार ने 18 लाख आवास के वादा को पूरा किया है। मेरी सरकार दो साल का बकाया बोनस देने का वादा पूरा करने जा रही है। राज्यपाल ने कहा कि अटल जी और मोदी जी के सपनों को हमारी सरकार साकार करेगी। प्रधानमंत्री आवास देने का अपना वायदा पूरा करेंगे। हमारी सरकार PSC की नौकरी में पारदर्शिता के लिए प्रतिबद्ध है राज्यपाल के अभिभाषण पर भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कृतज्ञता प्रस्तुत किया। इसका पुन्नलाल मोहले ने समर्थन किया।
कैबिनेट गठन में देरी को लेकर विपक्षी नेताओं का तंज
साय कैबिनेट में हो रही देरी को लेकर विपक्ष ने सरकार पर तंज कसा है। खरसिया से विधायक उमेश पटेल ने कहा, प्रदेश का किसान टकटकी लगाकर देख रहा है, लेकिन 10 दिन बाद भी कोई फैसला नहीं हुआ। 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के 2 घंटे के भीतर ही किसानों के लिए अहम फैसले हुए थे। उमेश पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री साय सक्षम व्यक्ति हैं। अब तक वे मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं कर पाए हैं। साय दिल्ली या नागपुर के रिमोट कंट्रोल के जरिए काम कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ के लोगों ने छत्तीसगढ़िया के लिए वोट किया है। इधर पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने आप को सरकार मानकर चल रही है। उनके पूर्व मंत्री भी अपने आप को मंत्री मान रहे हैं। अभी भी वे होश में नहीं आए हैं कि सरकार चली गई है, भरोसा खत्म हो गया है। मूणत ने कहा, मोदी जी की गारंटी है वो 100 प्रतिशथ पूरा करेंगे। छत्तीसगढ़ की नई-नवेली साय सरकर ने अपने चुनावी वादों यानी मोदी की गारंटी को अमलीजामा पहनना शुरू कर दिया है।
साय सरकार ने अनुपरक बजट पेश किया
इसी कड़ी में कदम बढ़ाते हुये साय सरकार ने आज विधानसभा के पटल पर अनुपूरक बजट पेश किया। कल षष्ठम सत्र के तीसरे दिन इस अनुपूरक बजट पर चर्चा होगी। यह अनुपूरक बजट 12 हजार 992 करोड़ 70 लाख 98 हजार 800 रुपये का हैं। जानकारी के मुताबिक़ इस सप्लीमेंट्री बजट में सरकार ने पीएम आवास के लिए 3799 करोड़ रुपये, धान पर बोनस के लिए 3800 करोड़ और अपनी महत्वकांक्षी महतारी वंदन योजना के लिए प्रथम चरण में 1200 करोड़ का प्रावधान किया गया है। गौरतलब है कि इस चुनाव में प्रदेश मतदाताओं का स्पष्ट रुझान भाजपा और उनकी घोषणाओं की तरफ नजर आया था। महिलाओं के इस झुकाव की वजह मोदी की गारंटी के तहत भाजपा की ओर से किया गया ‘महतारी वंदन योजना’को माना जा रहा है। इस योजना में सभी विवाहित महिलाओं को सालाना 12 हजार रुपये देने का वादा किया गया है। वही सरकार ने इस वादे को पूरा करने के लिए ही विस के इस सत्र में अनुपूरक बजट भी पेश किया है। बताया जा रहा है कि इसका लाभ प्रदेश की विवाहित महिलाओं को डीबीटी के माध्यम से हासिल होगा। हालाँकि इसके लिए क्राइटेरिया अभी तय नहीं है।
कार्य मंत्रणा समिति की बैठक भी हुई
राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सीएम विष्णुदेव साय ने द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया। आसंदी ने बजट पर पर चर्चा के लिए गुरुवार का दिन तय किया है। इसी के साथ कार्यवाही गुरुवार सुबह 11 तक के लिए स्थगित कर दी गई। गुरुवार को ही राज्यपाल के अभिभाषण पर भी चर्चा की जाएगी। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह की अध्यक्षता में कार्य मंत्रणा समिति की बैठक हुई। विधानसभा के मीटिंग हॉल में हुई इस बैठक में सीएम के साथ विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, डिप्टी सीएम विजय शर्मा, विधायक अजय चंद्राकर और कवासी लखमा मौजूद रहे।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश ने राज्यपाल के अभिभाषण और अनुपूरक बजट पर यह प्रतिक्रिया दी
छत्तीसगढ़ विधानसभा में राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन के अभिभाषण को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नीरस करार दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि राज्यपाल ने अंग्रेजी में भाषण दिया। राज्यपाल का भी भाषण आईना होता है, उसमें वह बात नहीं आई जो छत्तीसगढ़ के लिए जरूरी था। राज्य सरकार ने राज्यपाल से नीरस भाषण कराया। उन्होंने कहा कि अनुपूरक बजट प्रस्तुत हुआ। 18 लाख आवास की बात करते हैं, कल्याण उन्नति योजना है, 3100 रुपए के बारे में कहा गया है, बोनस के बारे में कहा गया है, कर्ज माफी के बारे में मुख्यमंत्री अलग कहते हैं, और उनके नेता अलग कहते हैं। अनुपूरक बजट में भी कोई नई चीज नहीं दिखाई दे रही है।भाजपा जिन वादों को लेकर जनता के बीच गई, वह कदम सरकार बनने के बाद दिखाई नहीं दिया।
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