
पहलगाम आतंकी हमले के तीसरे दिन बिहार के मधुबनी में पहली आम सभा में गरजे प्रधानमंत्री
पाकिस्तान में भारत की प्रतिक्रिया से दहशत का आलम
मधुबनी (खबरगली) पहलगाम आतंकी हमले के तीसरे दिन यानी गुरुवार (25 अप्रैल) को पीएम मोदी की पहली आम सभा बिहार के मधुबनी में हुई। उन्होंने देश की जनता के बीच से बिना नाम लिए दुश्मनों को सीधा संदेश दे दिया, 'ये हमला सिर्फ निहत्थे पर्यटकों पर नहीं हुआ है.... देश के दुश्मनों ने भारत की आस्था पर हमला करने का दुस्साहस किया है..... मैं बहुत ही स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि जिन्होंने ये हमला किया है... उन आतंकियों को और इस हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। अब आतंकियों की बची-खुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मित्रों, आज मैं बिहार की धरती से पूरी दुनिया को बता देना चाहता हूं कि भारत एक-एक आतंकवादी और उनके आकाओं की पहचान करेगा, उनका पता लगाएगा और उन्हें सजा देगा। हम धरती के आखिरी छोर तक उनका (पहलगाम के हमलावरों का) पीछा करेंगे। आतंकवाद कभी भारत का मनोबल नहीं तोड़ पाएगा।
आतंकी हमले से करोड़ों देशवासी दुखी हैं
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर उसे दिए एक संदेश में कहा, आतंकियों ने मासूम देशवासियों को जिस बेरहमी से मारा है, उससे पूरा देश व्यथित है, करोड़ों देशवासी दुखी हैं। उन्होंने कहा, सभी पीडि़त परिवारों के इस दुख में पूरा देश उनके साथ खड़ा है। जिन पीडि़तों का इलाज चल रहा है, उनके जल्द स्वस्थ होने के लिए सरकार हर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा, न्याय के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा। पूरा देश इसके लिए दृढ़संकल्पित है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 140 करोड़ देशवासियों का दृढ़संकल्प आतंकवाद की कमर तोड़कर रहेगा।
करगिल से कन्याकुमारी तक हमारा दुख और गुस्सा समान
राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी, उनके साथ मंच पर उपस्थित नेताओं और वहां उपस्थित विशाल जनसमूह ने पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी और कुछ पल का मौन रखा। मोदी ने कार्यक्रम में अपना भाषण शुरू करने से पहले जनसभा में उपस्थित लोगों से अपील की कि पहलगाम में जान गंवाने वाले परिवार जनों को श्रद्धांजलि देने के लिए कुछ पल का मौन रखें। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस हमले में लोगों ने अपने बेटों, भाइयों और पतियों को खो दिया। उन्होंने कहा कि मारे गए लोग भारत के विभिन्न हिस्सों से थे, चाहे बंगाल हो, कर्नाटक हो, महाराष्ट्र हो, गुजरात हो, ओडिशा हो या बिहार हो। उन्होंने कहा, करगिल से कन्याकुमारी तक हमारा दुख और गुस्सा समान है। प्रधानमंत्री ने कहा कि तेजी से विकास के लिए शांति और सुरक्षा सबसे जरूरी शर्तें हैं।
पाकिस्तान में भारत की प्रतिक्रिया से दहशत का आलम
पाकिस्तान के सियासी हलकों और पाकिस्तानी सेना में इस वक्त दहशत का आलम है। कई मीडिया रिपोर्ट्स हैं कि वह पहलगाम आतंकी हमले के बाद इस सोच में पड़ा हुआ है कि भारत इसका जवाब किस तरह से देगा। कूटनीति की भाषा में तो उसे पहले ही समझा दिया गया है। लेकिन, आगे क्या कोई सैन्य कार्रवाई होने वाली है या फिर किसी तरह के चौतरफा एक्शन का इंतजाम हो रहा है, इसकी कल्पना करके भी पाकिस्तानी हुक्कमरानों के होश उड़े हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार के मधुबनी में एकआमसभा से दी गई चेतावनी के बाद एक टीवी चैनल ने पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर के हवाले से बताया है कि वहां की सत्ता में बैठे लोगों की किसी भी वक्त भारत की ओर से कार्रवाई के खौफ से होश उड़े हुए हैं। बैठकों का दौर चल रहा है। तमाम तरह के सुरक्षा इंतजाम पर बात हो रही है। सवाल सब के मन में एक ही है कि भारत का अगला एक्शन क्या होगा? वह किस तरह से पहलगाम हमले का बदला लेगा?
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