नई दिल्ली (Khabargali)। राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह हो चुका है. अशोक हॉल में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए नरेंद्र मोदी के मंत्रिपरिषद का फेरबदल हो रहा है. सबसे पहले नारायण राणे ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली है. उनके बाद असम को पूर्व मुख्यमं सर्वानंद सोनोवाल ने शपथ ली इनके बाद डॉ. वीरेंद्र कुमार ने शपथ ली. ये अनुसूचित जाति समुदाय से आते हैं. ये सातवीं बार लोकसभा चुनाव जीतकर आए हैं.
मध्य प्रदेश से राज्य सभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली. साल 2020 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. एमपी की कमलनाथ सरकार गिराने में इनकी अहम भूमिका रही थी. इससे पहले मनमोहन सिंह सरकार में राज्य मंत्री रह चुके हैं.
कुल 43 मंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे. इनमें से सात मंत्रियों को प्रोन्नत किया जा रहा है, जबकि 36 नए चेहरों को शामिल किया जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने शपथ समारोह से पहले सभी नए मंत्रियों को राजनीतिक शूचिता का पाठ पढ़ाया है. पीएम आवास में इनके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा और राजनाथ सिंह भी मौजूद थे.
इससे पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, संतोष गंगवार, सदानंद गौड़ा, संजय धोत्रे, रतन लाल कटारिया और देबाश्री चौधरी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
बंगाल कोटे से मंत्री बाबुल सुप्रियो ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. अब तक कुल 11 मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं. माना जा रहा है कि कुछ और मंत्रियों की टीम मोदी से विदाई हो सकती है. थावरचंद गहलोत पहले हा राज्यपाल बनाए जा चुके हैं.
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