नई दिल्ली (khabargali) एक वर्चुअल कार्यक्रम में शुक्रवार को पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी हामिद अंसारी ने कहा था कि "कोरोना महामारी संकट से पहले ही भारतीय समाज दो अन्य महामारियों- 'धार्मिक कट्टरता' और 'आक्रामक राष्ट्रवाद' का शिकार हो चुका था." इसी में जोड़ते हुए अंसारी ने यह भी कहा था कि "इन दोनों के मुक़ाबले 'देश प्रेम' ज़्यादा सकारात्मक अवधारणा है क्योंकि यह सैन्य और सांस्कृतिक रूप से रक्षात्मक है." लेकिन उनका यह बयान एक ख़ास वर्ग को ख़राब लगा है. इसे लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है. लोग लिख रहे हैं कि 'भारत के कुछ सबसे बड़े पदों पर रह चुके हामिद अंसारी की राष्ट्रवाद के बारे में यह सोच अशोभनीय है.'
देवेंद्र फडणवीस ने हामिद अंसारी को समझाया 'हिंदुत्व का मतलब', कही ये बड़ी बात
भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को अंसारी के बयान के संबंध में पूछे गए एक सवाल पर फडणवीस ने संवाददाताओं से कहा, 'हिंदुत्व कभी भी कट्टर (विचारधारा) नहीं रहा है. यह हमेशा सहिष्णु रहा है. हिंदुत्व इस देश में जीवन जीने का प्राचीन तरीका है. हिंदुओं ने कभी किसी पर या किसी भी देश या किसी राज्य पर हमला नहीं किया.' पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि हिंदू धर्म ने हमेशा सहिष्णुता सिखाई है और इस वजह से भारत में विभिन्न पंथों और जातियों के लोग शांति से रहते आए हैं.
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