शिक्षाविद डॉ.जगमोहन सिंह राजपूत के द्वारा 'शिक्षक और शिक्षण' पर व्याख्यान

Educationist Dr. Jagmohan Singh Rajput, lecture on teachers and teaching, organized by Holy Hearts Vidyalaya, Acharya Surendra Pratap Singh, Neepa Chauhan, Khabargali

होली हार्ट्स विद्यालय का आयोजन

रायपुर (khabargali) होली हार्ट्स विद्यालय सिविल लाइन्स ,रायपुर में भारत के प्रमुख शिक्षा शास्त्री ,राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के निदेशक रह चुके शिक्षाविद डॉ. जगमोहन सिंह राजपूत ने 'शिक्षक और शिक्षण' पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। जिन्हें सुनने के लिए संस्था के 100 टीचर्स उपस्थित थे।

Educationist Dr. Jagmohan Singh Rajput, lecture on teachers and teaching, organized by Holy Hearts Vidyalaya, Acharya Surendra Pratap Singh, Neepa Chauhan, Khabargali

स्वामी विवेकानंद जी के इस कथन "मनुष्य के अंदर सीखने की क्षमता की कोई सीमा नहीं होती।" वही रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा कहा गया कथन "जब कोई बच्चा जन्म लेता है तो ईश्वर उसे दो वरदान अवश्य देते हैं।" इन कथनों के माध्यम से बहुत ही सरल शब्दों में उन्होंने अपने व्याख्यान में कहा कि विचार ,कल्पना, जिज्ञासा ,रचनात्मक कार्य करने की क्षमता बच्चों में बनी रहती है ।एक शिक्षक का कर्तव्य है कि बच्चों के प्रश्नों का उत्तर देकर उनकी जिज्ञासा को शांत किया जाय। ऐसे व्याख्यान को संस्था में कराए जाने का उद्देश्य हर उम्र में सीखने की क्षमता को बनाए रखना है।

Educationist Dr. Jagmohan Singh Rajput, lecture on teachers and teaching, organized by Holy Hearts Vidyalaya, Acharya Surendra Pratap Singh, Neepa Chauhan, Khabargali

संस्था के आचार्य सुरेंद्र प्रताप सिंह के द्वारा शॉल, श्रीफल से उनका स्वागत किया गया। विद्यालय की प्रिंसिपल श्रीमती नीपा चौहान के द्वारा शिक्षाविद महोदय को संस्था में अमूल्य समय निकालकर आने एवं अपने उद्बोधन से शिक्षकों को प्रेरित करने के लिए धन्यवाद दिया गया।

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