कांग्रेस की सूची ''बीरबल की खिचड़ी'', सीएम की सीट करें जारी: भाजपा
अपने घर में लगी आग बुझाए भाजपा : कांग्रेस
रायपुर(khabargali) विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर सरगर्मियां बढ़ती जा रही है। चुनाव की टिकट को लेकर प्रत्याशी रायपुर से लेकर दिल्ली तक संपर्क में लगे है। इस बीच भाजपा-कांग्रेस की इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कथित सूची को लेकर प्रदेश में सियासत भी तेज हो गई है। जिनके नाम सूची में नहीं हैं उनकी नींद उड़ गई है उनका असन्तोष सामने आ रहा है। हालांकि कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि वायरल सूची अधिकृत नहीं है। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। कांग्रेसियों के बीच में चर्चा यह भी है कि वायरल सूची में कांग्रेस के जिन 10 विधायकों के टिकट कटे हैं, उन नामों पर पार्टी के शीर्ष नेताओं की सहमति है। बहरहाल प्रत्याशी लिस्ट को लेकर कांग्रेस और भाजपा ने एक दूसरे को घेरना शुरू कर दिया है।
भाजपा प्रत्याशियों की सूची इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने के मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी तंज कसा है। उन्होंने इसे साजिश बताया ताकि विरोध होने पर यह कह दिया जाए कि विरोध की वजह से कुछ नाम बदले गए हैं।
वहीं भाजपा नेता व सरगुजा संभाग प्रभारी संजय श्रीवास्तव ने प्रेस ब्रीफिंग कर मुख्यमंत्री के बयान पर कटाक्ष किया। उन्होंने कांग्रेस की सूची को बीरबल की खिचड़ी बताते हुए कहा कि ज्यादा नहीं तो, कम-से-कम कांग्रेस मुख्यमंत्री बघेल के नाम की ही घोषणा कर देती। उन्होंने प्रश्न उठाया कि क्या कांग्रेस में मुख्यमंत्री की टिकट भी फाइनल नहीं हो पा रही है?
श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार छह माह पहले तक तथाकथित उपलब्धियों का ढिंढोरा पीटती अपने मुंह मियां मिठ्ठू बन रही थी, आज वह न तो चेहरा सामने कर पा रही है और न ही काम तक गिनाने की हालत में है। 16 लाख गरीब परिवारों को आवास से वंचित रखने वाली ''भू-पे'' सरकार की नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को 10 लाख आवास देने की बात कहने से पहले उप मुख्यमंत्री सिंहदेव की चिट्ठी पढ़ लेनी थी। कांग्रेस 71 विधायकों-मंत्रियों के होते हुए अब तक अपने प्रत्याशी घोषित नहीं कर पा रही है जबकि भाजपा ने जीत का लक्ष्य सामने रखकर 21 प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने पहले कहा था कि कांग्रेस की सूची छह सितंबर तक आएगी। फिर दूसरी तारीख आठ सितंबर दी गई, लेकिन सितंबर से अक्टूबर शुरू हो गया, कांग्रेस की सूची कब आएगी, किसी को पता नहीं है।
भाजपा की प्रेस वार्ता पर पलटवार कर प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद भाजपा अपने घर में लगी आग बुझाने के बजाय दूसरों के घरों में तांक-झांक कर रही है। कांग्रेस में टिकट कब आएगा, प्रत्याशी कौन होगा ये सब कार्यकर्ता और नेता मिल बैठकर करते हैं, लेकिन भाजपा में तो न दावेदारों को महत्व मिल रहा है न कार्यकर्ताओं से पूछा गया है। सिर्फ भाजपा के केंद्रीय नेताओं की तानाशाही चल रही है। जिसका ही परिणाम है कि भाजपा की 21 प्रत्याशी की पहली सूची के बाद 21 विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के कार्यकर्ता और नेता घोषित प्रत्याशी के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
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