डॉ गार्गी पांडेय, चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट एंड काउंसलर का आलेख
साहित्य डेस्क (खबरगली) मानव जीवन अमूल्य है। फिर भी विडंबना यह है कि आज के आधुनिक समाज में मानसिक तनाव, असफलताओं, अकेलेपन और अवसाद जैसी स्थितियों से ग्रसित होकर अनेक लोग आत्महत्या जैसे खतरनाक कदम उठा लेते हैं। प्रत्येक वर्ष 10 सितम्बर को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस (World Suicide Prevention Day) मनाया जाता है, ताकि लोगों में इस समस्या के प्रति जागरूकता लाई जा सके और जीवन के महत्व को समझाया जा सके। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि आत्महत्या कोई व्यक्तिगत समस्या भर नहीं, बल्कि