छत्तीसगढ़ में फिर कोयला कारोबारी, अधिकारी और नेताओं के घर ईडी की दबिश

ED raids houses of coal traders, officials and leaders in Chhattisgarh, Chief Minister Bhupesh Baghel targets center, raipur, khabargali

कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र पर साधा निशाना

रायपुर (khabargali) ईडी ने आज सुबह-सुबह छत्तीसगढ़ के बड़े उद्योग घराने कमल सारडा, महासमुंद विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर के ठिकानों पर छापा मारा। राजधानी में एक आईपीएस अधिकारी के घर भी रेड की जानकारी आ रही है। बता दें कि ईडी ने पिछले छः महीने में पहली बार किसी उद्योगपति को जांच के दायरे में लिया है। कुछ और प्रमुख लोगों के घरों रायपुर के बाहर छापे की खबर है। कमल शारडा, पंकज सारडा के फोन बंद मिले हैं। एजेंसी ने अभी किसी भी छापे की खबर की पुष्टि नहीं की है। इस बारे में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।

करीब एक महीने बाद राज्य में ईडी ने फिर कार्रवाई की है। इनके अलावा भिलाई, बिलासपुर व रायगढ़ में भी छापे की खबर है। मंदिर हसौद के पास ग्राम बहनाकाड़ी के जमीन दलाल सुरेश बांदे और वीआईपी करिश्मा अपार्टमेंट में एक सीए के यहां भी ईडी ने दबिश दी है। साथ ही बिलासपुर के सबसे चर्चित श्रीवास्तव नाम के बेहद प्रभावशाली शख्स के बिलासपुर निवास में भी जांच चल रही है। राम गोपाल अग्रवाल के खिलाफ भी किया जा रहा है सर्च ऑपरेशन। सूत्रों से जानकारी मिली है कि इनके आवास में सर्च ऑपरेशन के दौरान मिले हैं कई महत्त्वपूर्ण दस्तावेज मिले है। छापे को कोल कारोबार में हुई अवैध उगाही से जोड़कर देखा जा रहा है।

मौजूदा वित्तीय वर्ष की समाप्ति के चार दिन पहले पड़े इस छापे से जानकार भौंचक हैं। एजेंसियों ने अभी छापे की पुष्टि नहीं की है, लेकिन इनके ठिकानों के बाहर सीआरपीएफ को सुरक्षा में तैनात किया गया है। एजेंसी ने इससे पहले 20 फरवरी को 12 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की थी। तब कांग्रेस नेताओं के घर और दफ्तरों पर कार्रवाई हुई थी। कांग्रेस के 84वें महाधिवेशन से ठीक पहले हुई इस कार्रवाई की पार्टी ने कड़ी आलोचना की थी। कोल स्कैम को लेकर पिछले कई महीनों से एजेंसी लगातार कार्रवाई कर रही है। इस मामले में कई आईएएस अधिकारी और कोल से जुड़े व्यापारी जेल में ईडी की रिमांड पर हैं।

सीएम बघेल की आई तीखी प्रतिक्रिया

छत्तीसगढ़ में एक बार फिर ईडी की कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र पर निशाना साधा है।किसान, व्यापारी, नेता, अधिकारी, सब पर ईडी छापा मारती है, लेकिन अडानी पर ईडी छापा नहीं मारती है। नान घोटाला, चिटफंड और महादेव एप पर कार्रवाई नहीं करती है, क्योंकि इसमें भाजपा नेताओं के नाम हैं। भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं के इशारे पर यह सब किया जा रहा है। ईडी को निष्पक्ष होना चाहिए।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लखनऊ के लिए रवाना होने से पहले एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में यह बातें कहीं। अमित शाह के शब्दों में क्रोनोलाजी समझिए। राहुल गांधी के बोलने के सवाल के बाद मुकदमा दर्ज हो जाता है। अडानी के खिलाफ जांच की मांग कर रहे हैं तो भाजपा के लोग कहते हैं कि हमारे खिलाफ कार्रवाई है। क्या अडानी ही भाजपा है। हालांकि हिडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद अडानी ने खुद कहा था, यह भारत पर हमला है। इसका मतलब क्या समझा जाए।

Category