अपने पूर्व चीफ पर भ्रष्टाचार निरोधक दस्ते ने की कार्रवाई
रायपुर (khabargali) आज सुबह छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी जीपी सिंह के 10 ठिकानों पर छापेमारी की गई. यह कार्रवाई भ्रष्टाचार निरोधक दस्ते (ACB) की टीम ने की। गौरतलब है कि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी जीपी सिंह भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) के चीफ भी रह चुके हैं।
आय से अधिक संपत्ति के मामले में कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ कैडर के वरिष्ठ आईपीएस एडिशनल डीजी गुरजिंदर पाल सिंह (जीपी सिंह) के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत लंबे समय से चल रही थी. ऐसे में एसीबी की एक टीम ने आज 1 जुलाई की सुबह उनके 10 ठिकानों पर छापेमारी की. जीपी सिंह खुद ACB के मुखिया रह चुके हैं. वर्तमान में जीपी सिंह पुलिस अकादमी में तैनात हैं.
कई टीमों ने मारा छापा
जानकारी के मुताबिक एसीबी की अलग-अलग टीमों ने उनके ठिकानों पर छापेमारी की. वहीं, रायपुर स्थित उनके आवास पर भी एक टीम जांच कर रही है. दावा किया जा रहा है कि एसीबी की टीम को अहम दस्तावेज मिले हैं. हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है. सूत्रों के मुताबिक जीपी सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के अलावा भ्रष्टाचार की कुछ शिकायतें मिली थीं, जिसके बाद यह कार्रवाई शुरू की गई है.
आईपीएस राहुल शर्मा की आत्महत्या के बाद चर्चा में आए थे जीपी सिंह
बता दें कि साल 2011 के दौरान बिलासपुर के तत्कालीन SP राहुल शर्मा ने आत्महत्या कर ली थी. उस वक्त जीपी सिंह बिलासपुर रेंज के आईजी थे. चर्चा यहां तक थी कि जीपी सिंह और राहुल शर्मा के बीच तालमेल नहीं बन रहा था और झगड़े भी हुए. जब राहुल शर्मा छुट्टी में गए तो जीपी सिंह ने उनके जूनियर को प्रभार दे दिया और चैंबर में उनकी ही कुर्सी में बैठने का आदेश दिया. इस घटना से राहुल इतने ज्यादा आहत हुए कि उन्होंने खुद को गोली मार ली. इसके अलावा साल 2018 के दौरान छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी तो जीपी सिंह को एसीबी का प्रमुख बनाया गया था.
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