
सरकार और ‘एग्जिट पोल’ करने वालों की भूमिका की जांच के लिए जेपीसी के गठन की मांग राहुल ने
भाजपा ने कहा- निवेशकों को गुमराह कर रहे राहुल
जानिए 3 जून को मार्केट में क्या हुआ था? जिसे राहुल बता रहे हैं शेयर बाजार का बिग स्कैम
नई दिल्ली (khabargali) राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 4 जून रिजल्ट डे पर स्टॉक मार्केट की गिरावट को बड़ा घोटाला बताया। उन्होंने इसकी जेपीसी (जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी) से जांच कराने की मांग की है। राहुल ने कहा कि 31 मई को भारी स्टॉक एक्टिविटी थी। ये वो लोग थे, जो जानते थे कि कोई न कोई घपला हो रहा है। हजारों करोड़ों यहां इन्वेस्ट हुए। 30 लाख करोड़ का नुकसान हुआ। रीटेल इन्वेस्टर का नुकसान हुआ। ये हिंदुस्तान का सबसे बड़ा स्कैम है। इसमें सरकार की भूमिका और ‘एग्जिट पोल’ करने वालों की भूमिका की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग राहुल ने की।
राहुल का कहना है कि प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने चुनावी रैलियों में शेयर मार्केट के बारे बयान दिया और लोगों को पैसे लगाने के लिए प्रोत्साहित किया, जबकि उनको पता था कि भाजपा को बहुमत नहीं मिल रहा है और मार्केट नहीं चढ़ेगा। इतना ही नहीं टीवी चैनलों पर एक जून को प्रसारित हुए एग्जिट पोल के जरिए बाजार को चढ़ाया गया। स्थिति यह हुई कि तीन जून को शेयर मार्केट ने रिकॉर्ड स्तर पर छलांग लगाई और दूसरे दिन नतीजे आने के बाद वह बुरी तरह से गिर गया।
राहुल बोले- मोदी-शाह ने कहा था नतीजे आएंगे, तो शेयर बाजार आसमान पर जाएगा
राहुल गांधी ने कहा, 'पहले गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आने वाली 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आएंगे, तो शेयर बाजार आसमान पर जाएगा। इसके तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शेयर बाजार में रिकॉर्ड तेजी आने की बात कहते हुए लोगों को शेयर खरीदने की सलाह दी। इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी इसी तरीके से शेयर बाजार में जोरदार उछाल की बात कही थी।'
भारतीय निवेशकों ने शेयर बेचकर मुनाफा कमाया : पीयूष गोयल
राहुल गांधी के आरोपों के कुछ घंटे बाद भाजपा ने पलटवार करते हुए गांधी पर निवेशकों को गुमराह करने की साजिश रचने का आरोप लगाया। भाजपा के वरिष्ठ नेता पीयूष गोयल ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राहुल लोकसभा चुनाव में विपक्ष की हार के बाद हताशा में ऐसे आरोप लगा रहे हैं जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए काम कर रहे हैं। श्री गोयल ने कहा कि राहुल गांधी जिस 30 लाख करोड़ रुपए की बात कर रहे हैं, वह मूल्यांकन से संबंधित है, यह कागजों पर निवेश मूल्य घटने की बात है और इसका कारोबार से कोई लेना-देना नहीं है, वह इस बात को नहीं समझते हैं?
गोयल ने कहा कि एग्जिट पोल के बाद विदेशी निवेशकों ने ऊंचे भाव पर शेयर खरीदे, जबकि भारतीय निवेशकों ने शेयर बेचकर मुनाफा कमाया। म्यूचुअल फंड उद्योग का आकार वर्ष 2014 में 10 लाख करोड़ रुपए था, जो अब 56 लाख करोड़ रुपए हो चुका है, इससे घरेलू निवेशक ही लाभान्वित हुए? देश का बाजार पूंजीकरण संप्रग शासन में 67 लाख करोड़ रुपए था, जो बढ़कर 415 लाख करोड़ रुपए हो चुका है, इससे घरेलू, खुदरा निवेशकों को सबसे ज्यादा लाभ हुआ। पीयूष गोयल ने शेयर बाजार में कथित घोटाले की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की राहुल गांधी की मांग पर कहा, यह निराधार है।
- Log in to post comments