
छत्तीसगढ़ अब तक 10 मौतें... वाराणसी में कोरोना जैसे हालात..,प्रचंड लू से 306 पहुंची मौतों की संख्या
नई दिल्ली/ रायपुर (khabargali) देश में नौतपा के एक दिन पहले से शुरू भीषण गर्मी का कहर जारी है। हर दिन अधिकतम तापमान के नए-नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। नौतपा के सातवें दिन छत्तीसगढ़ समेत देश के छह राज्यों में लू लगने जैसे लक्षणों के साथ 130 लोगों की मौत हो गई। उप्र, झारखंड, बिहार और ओडिशा में लू से मरने वाले लोगों में एक बड़ी संख्या मतदान कर्मियों की भी है, जो कल एक जून को अंतिम दौर का मतदान करवाने पहुंचे हैं। छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी के कारण अब तक 10 लोगों की मौतें हो चुकी है।
यहाँ इतना तापमान
रायगढ़ में अधिकतम तापमान 47 डिग्री के पार पहुंच गया। वहीं बिलासपुर और मुंगेली में पारा 47 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंचा। रायपुर में अधिकतम तापमान 46.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को 21 जिलों में ग्रीष्म लहर चलेगी। इसे लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। शुक्रवार को रायगढ़ सबसे ज्यादा तपा तो मुंगेली और बिलासपुर दूसरे नंबर पर रहे। राजधानी रायपुर में बदली के चलते नाममात्र की गिरावट आई।
छत्तीसगढ़ में मौत के 4 और मामले, आंकड़ा 10 पहुंचा
छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी के कारण लगातार लोगों की जान जा रही है। गुरुवार तक 6 मौतों की जानकारी सामने आई थी। शुक्रवार को दुर्ग, बिलासपुर, सीपत, मुंगेली में लू के कारण चार लोगों के दम तोड़ने की जानकारी आई। 30 मई को नगर निगम दुर्ग अंतर्गत सफाई कर्मचारी सिद्धार्थ नगर निवासी देवेंद्र मनहरे (45 वर्ष) की लू लगने से मौत हो गई। बिलासपुर में एक मजदूर फेकूराम उंराव की मौत हो गई। 30 मई को ही सीपत थाना क्षेत्र के ग्राम उच्चभठ्ठी निवासी शैल कुमार सूर्यवंशी (27) कोठार में बेहोश हुई और सिम्स में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मुंगेली जिले के डोडा गांव के एक बुजुर्ग चरवाहे भगत सप्रे की लू लगने से मौत हो गई।
वाराणसी में कोरोना जैसे हालात..,प्रचंड लू से 300 पार पहुंची मौतों की संख्या
वाराणसी के महाश्मशान मणिकर्णिका पर शवदाह के लिए कोरोना काल जैसी स्थिति बन गई है। तीन दिनों में तापमान बढ़ने के बाद शवदाह के लिए आने वालों की संख्या में पांच गुना का इजाफा हुआ है। गुरुवार की मध्य रात्रि में तो शवयात्रियों की भीड़ ऐसी उमड़ी की घाट से लकडि़यां और पूजन सामग्री तक की किल्लत हो गई। बीती रात लगभग तीन सौ से अधिक शवों का अंतिम संस्कार किया गया। बीती रात मणिकर्णिका घाट की ओर जाने वाली गली में से हर दो मिनट में एक शवयात्रा गुजर रही थी। कोरोना काल के बाद यह पहला मौका है जब अचानक शवदाह करने वालों की भीड़ इतनी ज्यादा बढ़ी है।
बिहार , उप्र और झारखंड में इतनी मौतें
बिहार में पिछले 24 घंटे में लू लगने से 10 मतदान कर्मियों सहित 14 लोगों की मौत हो गई। अधिकतर मौतें भोजपुर में हुईं, जहां चुनाव ड्यूटी पर तैनात पांच अधिकारियों की लू लगने से मौत हो गई। रोहतास में तीन चुनाव अधिकारियों की मौत हो गई, जबकि कैमूर और औरंगाबाद जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। उप्र के मिजार्पुर में लोकसभा चुनाव के लिए डयूटी पर तैनात 13 चुनावकर्मियों की शुक्रवार को तेज बुखार और उच्च रक्तचाप की शिकायत के बाद मेडिकल कॉलेज में मौत हो गयी। जनपद सोनभद्र के मुख्यालय रॉबर्ट्सगंज स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज से शुक्रवार को चुनावकर्मियों के रवाना होते समय 11 चुनावकर्मी बीमार हो गये, जिनमें से दो की मौत हो गई। झारखंड में शुक्रवार को भीषण गर्मी एवं लू के कारण चार लोगों की मौत हो गई। पश्चिम ओडिशा में पिछले 24 घंटों में 41 लोगों की मौत हो गई है और 60 से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं। राउरकेला में इस दौरान 12 लोगों की मौत हुई। संबलपुर में आठ, सुंदरगढ़ में चार, बलांगीर में छह, झारसुगुड़ा में सात और पश्चिम ओडिशा के अन्य जिलों में तीन लोगों की संदिग्ध लू से मौत होने की खबर है।
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