निजामुद्दीन मरकज को खाली कराने के बाद किया गया सील, 6 के खिलाफ FIR

Nijamudduin markaj korona khabargali

दिल्ली पुलिस ने निजामुद्दीन में तबलीगी जमात का आयोजन करने के लिए छह लोगों पर एफआईआर की दर्ज.. देशभर में मरकज में शामिल हुए लोगों की तलाश

मौलाना साद 28 मार्च से गायब हैं, उनकी खोजबीन जारी है

नई दिल्ली (khabargali) देश की राजधानी दिल्ली में निजामुद्दीन मरकज धारा 144 लागू होने के बावजूद धार्मिक जलसे में देशभर से 2000 से ज्यादा लोगों के शामिल होने और इनमें से 24 में कोरोना की पुष्टि जबकि तेलंगाना लौटकर गए छह लोगों की मौत के बाद आज बुधवार को देशभर में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं अब निजामुद्दीन स्थित मरकज को पूरी तरह से खाली कराकर सील कर दिया गया है और इस इलाके में सैनिजाइजेशन का काम चल रहा है। इससे पहले निजामुद्दीन स्थित मरकज में आयोजित इस जलसे में शामिल लोगों की पहचान कर उन्हें क्वारंटीन करने का सिलसिला शुरू हो गया। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार तबलीगी जमात का आयोज करने के लिए छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इनके नाम हैं मौलाना साद, डॉ. जीशान, मुफ्ती शहजाद, एम सैफी, यूनुस और मोहम्मद सलमान।

मरकज को आज सुबह करीब 3.30 पर खाली कराया गया और यहां से करीब 2100 लोग निकाले गए और पांच दिन में ये जगह खाली कराई गई। पुलिस सूत्रों का ये भी कहना है कि मौलाना साद कहां हैं यह 28 मार्च से ही पता नहीं चल रहा है। उनकी खोजबीन जारी है।निजामुद्दीन के मरकज में शामिल हुए लोगों की तलाश देशभर में जारी है। इस मामले के सामने आने के बाद से केन्द्र से लेकर राज्य सरकार में हड़कंप मचा हुआ है।

धार्मिक सभा में आए लोग दिल्ली की 16 मस्जिदों में ठहरे थे: पुलिस

दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने निजामुद्दीन में धार्मिक सभा में भाग लेने के बाद राष्ट्रीय राजधानी की 16 मस्जिदों में ठहरे विदेशी नागरिकों समेत लोगों के संबंध में उठाए गए तत्काल कदमों के बारे में मंगलवार को दिल्ली सरकार को पत्र लिखा। इसके अनुसार, इस प्रकार के 157 लोग थे जिनमें 94 इंडोनेशिया, 13 किर्गिस्तान, नौ बांग्लादेश, आठ मलेशिया, सात अल्जीरिया और ट्यूनिशिया, बेल्जियम और इटली का एक-एक नागरिक शामिल है। शेष लोग भारतीय हैं। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की एक टीम मस्जिदों में जा रही है और विदेशी नागरिकों को वहां से निकालकर पृथक कर रही है। वे मरकज का हिस्सा थे और इमारत में भीड़ कम करने के लिए वे राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न मस्जिदों में चले गए थे।

मनीष सिसोदिया ने किया ट्वीट

निजामुद्दीन के आलमी मरकज में 36 घंटे का सघन अभियान चलाकर सुबह चार बजे पूरी बिल्डिंग को खाली करा लिया गया है। इस इमारत में कुल 2361 लोग निकले। इसमें से 617 को अस्पताल में और बाकी को क्वारंटीन केंद्र में भर्ती कराया गया है। करीब 36 घंटे के इस ओपरेशन में मेडिकल स्टाफ, प्रशासन, पुलिस, डीटीसी स्टाफ सबने मिलकर, अपनी जान जोखिम में डालकर काम किया। इन सबको दिल से सलाम।

केरल राज्यपाल ने की जमात के मुखिया की निंदा

इस बीच, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि तबलीगी जमात के मुखिया ने कोरोना वायरस के खिलाफ अभियान का मजाक बनाया । उन्होंने कहा कि जमात के जो मुखिया हैं उनके भाषण यूट्यूब पर मौजूद हैं। इनके भाषणों को देखने वालों की तादाद 80 हजार से भी ज्यादा है। वो इस पूरे अभियान (कोरोना के खिलाफ मुहिम) का मजाक बना रहे हैं। वो इसको साजिश बता रहे हैं। वो कह रहे हैं कि लोगों को मशवरा दिया जा रहा है कि जब तक यह सब (कोरोना वायरस) खत्म न हो जाए तब तक आप मस्जिद मत आएं। बल्कि मैं कह रहा हूं कि आप मस्जिद जरूर आइए।'

छत्तीसगढ़ के 101 लोगों की पहचान

दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के धार्मिक आयोजन में शामिल छत्तीसगढ़ के 101 लोगों की पहचान की गई है। इस आयोजन में शामिल हुए जमात के 32 सदस्य पृथक और 69 सदस्य आइसोलेशन में रखे गए हैं। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में आठ लोगों में कोरोना वायरस से संक्रमण की पुष्टि की गई है। मंगलवार को दो मरीजों की अस्पताल से छुट्टी के बाद छह लोगों का इलाज किया जा रहा है। इनमें से चार रायपुर के एम्स में तथा एक बिलासपुर और एक राजनांदगांव के अस्पताल में भर्ती हैं।

पुणे में 130 से ज्यादा लापता

पुणे से हिस्सा लेने वाले लोगों की कुल संख्या 130 से ज्यादा है, उनकी तलाश जारी है। उनमें से अब तक 60 लोगों को क्वारंटाइन में रखा गया है, किसी में भी लक्षण नहीं हैं। सैंपल को जांच के लिए भेजा जा रहा है, दूसरे लोगों की ट्रेसिंग जारी है।

कर्नाटक के छह लोगों को जिला अस्पताल में क्वारंटीन

कर्नाटक के शिवमोगा जिला के जिला स्वास्थ्य अधिकारी आर सुरागिहल्ली ने बताया कि 28 मार्च को छह लोग दिल्ली से लौटे हैं। उनकी जानकारी के अनुसार यह लोग निजामुद्दीन के मरकज से लौटे हैं और इन सबको मैकगन जिला

गुजरात के 76 लोग शामिल हुए थे

गुजरात पुलिस ने कहा कि यह धार्मिक कार्यक्रम देश में कोरोना वायरस फैलाने का एक प्रमुख स्रोत बन गया है। अकेले सूरत से इस महीने की शुरुआत में तबलीगी जमात के मुख्यालय मरकज निजामुद्दीन में हुए आयोजन में 76 लोग शामिल हुए थे।

तेलंगाना के लगभग 1,000 लोग शामिल

तेलंगाना प्रशासन का अनुमान है कि उक्त धार्मिक कार्यक्रम में राज्य के 1000 से अधिक लोग शामिल हुए होंगे। कार्यक्रम में शामिल होने वाले छह लोगों की कोरोना वायरस से मौत होने के बाद राज्य सरकार ने अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। सोमवार रात तक तेलंगाना में कोरोना वायरस के कुल 77 मामले सामने आए हैं जिनमें से 14 लोग इस संक्रमण से उबर चुके हैं।

उत्तर प्रदेश के 17 लोगों का पता चला

ग्रेटर नोएडा में रबूपुरा कस्बे के एक मकान में रह रहे 17 लोगों के दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित हुई धार्मिक सभा में भाग लेने का पता चला है जिसके बाद पुलिस ने उनकी चिकित्सकीय जांच कराई है। इनमें से किसी के संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई है।

कर्नाटक में तबलीगी जमात से जुड़े 78 लोगों को किया अलग

कर्नाटक में कोरोना वायरस के 10 नए मामले आने के साथ ही राज्य में इस घातक विषाणु से संक्रमित लोगों की संख्या 100 के आंकड़ें को पार कर गई है। अभी तक राज्य में कोविड-19 के 101 मामलों की पुष्टि हुई है। इनमें तीन लोगों की मौत हो गई और आठ लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। सरकार ने अभी तक राज्य के 78 लोगों की पहचान की है जो नयी दिल्ली में निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात कार्यक्रम से संबंधित हैं और उन्हें पृथक कर दिया गया है। सभा में शामिल हुए

भोपाल के सभी 32 लोग दिल्ली में पृथक रखे गए

दिल्ली के निजामुद्दीन में धार्मिक सभा में शामिल हुए भोपाल के सभी 32 लोगों को दिल्ली में ही पृथक रखा गया है और उनमें से कोई व्यक्ति भोपाल नहीं आया।

Related Articles