रमन सरकार भष्ट्राचार और भष्ट्राचारियो की पोषक थी - कांग्रेस

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भाजपा सरकार के भष्ट्राचार के सागर की एक मछली समुंद्र सिंह
सत्ता बदलते ही रमन राज की नित नयी घोटालेबाजी सामने आ रही है- कांग्रेस

रायपुर (खबरगली)  सत्ता बदलते ही तीन महीने में रमन राज के मंत्री और उनके चाटुकार अफसरों की कारगुजारी परत दर परत खुल रही है। रोज नई शिकायतें कांग्रेस सरकार के पास आ रही है। आबकारी आयुक्त समुन्द्र सिंह के ठिकानों से बरामद की गई करोड़ो की सम्पत्ति से एक बार फिर यह साबित हो गया कि पूर्ववर्ती रमन सरकार भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियो की पोषक थी। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि समुन्द्र सिंह ने तत्कालीन सत्ताधीशो के संरक्षण में काली कमाई कर करोड़ो की सम्पत्ति बनाई थी। यही कारण था कि समुन्द्र सिंह वर्षो तक बेखौफ होकर कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार करता रहा उसके ऊपर कोई कार्यवाही नही की गई। भाजपा बताएं सरकार की नाक के नीचे एक अधिकारी इतनी लूट खसोट करता रहा उसके खिलाफ कोई कार्यवाही क्यो नही की गई थी? रिटायरमेंट के बाद उसे संविदा पर किस आधार पर नियुक्ति दी गयी थी ? समुन्द्र सिंह एक अकेला अपवाद नही है, पन्द्रह साल के भाजपा के राज में दर्जनों समुन्द्र सिंह थे जिन्होंने सत्ताशीर्ष के संरक्षण में राज्य की सम्पदा को विदेशी लुटेरों के समान बेदर्दी से लूटा था। डीकेएस अस्पताल में रमनसिंह के दामाद पुनीत गुप्ता ने करोड़ो का घोटाला कर दिया। चिप्स में संविदा अधिकारी ने 4600 करोड़ से अधिक का ई-टेंडर घोटाला कर दिया था। जिस कम्प्यूटर से निविदा निकाला गया उसी कम्पूयटर के जरिये निविदाएं भी भरी गयी थी। घपले के इस बड़े खेल में भी सरकार में बैठे बड़े लोगो की मिलीभगत थी। 36000 करोड़ का महा नान घोटाला भी भाजपाई हुक्मरानों ने किया था। नान डायरी में बड़े-बड़े लोगो के नाम से लेन देन का जिक्र है। सीएम मैडम, एच सीएम, ऐश्वर्या रेसीडेंसी वाली मैडम जैसे नामों के खुलासे का प्रदेश की जनता बेशब्री से इंतजार कर रही है। जनसंपर्क विभाग जिसके मुखिया स्वयं रमन सिंह थे। भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया था। जन संपर्क विभाग में स्वीकृत बजट से दुगुनी राशि खर्च कर सैकड़ों करोड़ का घोटाला किया गया। पूरे देश में भाजपा की रमन सरकार एक अकेली ऐसी सरकार थी जिसके बारे में टिप्पणी करते हुये लोक आयोग ने कहा था ‘‘पूरी राज्य सरकार भ्रष्टाचार का एक गंदा तालाब बन चुकी है, जिसमें हर मछली में अधिक से अधिक पानी पीने की होड़ मची है।’’ भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार के सागर में समुन्द्र सिंह तो एक मछली था। समुंद्र सिंह जैसी अनेकों मछलियां अभी बेनकाब होना बाकी है।

 कमल विहार की शेष जमीन पर विशेष कमल जेल बनाने की मांग

वहीं प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने भाजपा पर हमला करते हुये कहा कि  रमन सरकार ने जिस तरह पार्टी के प्रचार प्रसार के लिये अपने आकाओं को खुश करने कमीशनखोरी, भ्रष्टाचार करने किसानों के जमीन हड़पने कमल विहार बनाया था। इसी कमल विहार से माननीय न्यायलय ने रोक हटाया है जिसका स्वागत करते हुये प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कमल विहार की शेष जमीन पर विशेष कमल जेल बनाने की मांग की है, ताकि इस जेल में घोटालेबाज पूर्व मुख्यमंत्री के रिश्तेदार, मंत्रियों, भाजपा नेताओं और उनके चाटुकार अफसरों को रखा जा सके। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 15 साल तक यूपीए सरकार के द्वारा शासकीय योजनाओं में पारदर्शिता लाने और भ्रष्टाचार खत्म करने बनायी गयी सूचना के अधिकार अधिनियम का भी खुला उल्लंघन किया गया। भ्रष्टाचार को छुपाने जनता के द्वारा मांगे जाने पर भी जानकारी नहीं दी गयी और आरटीआई एक्टिविस्टो को प्रताड़ित करने का काम भाजपा की सरकार ने किया। झीरम घाटी कांड, अंतागढ़ कांड, नान घोटाला, धान घोटाला, डीकेएस घोटाला, पनामा पेपर्स कांड, फसल बीमा घोटाला, सीएजी की रिपोर्ट में पकड़ी गई 4600 करोड रुपए की टेंडर की अनियमितता के आरोपियों, ईओडब्ल्यू के मुकेश गुप्ता, रेखा नायर, रजनेश सिंह, चिप्स के ए.एक्स.पाल मेनन, जनसंपर्क विभाग के राजेश टोप्पो, दंतेवाड़ा जमीन कांड के पूर्व कलेक्टर एवं भाजपा नेता ओपी चौधरी, श्रम विभाग में साइकल-सिलाई मशीन खरीद घोटाला, स्कूल विभाग में फर्नीचर घोटाला, पाठ्य पुस्तक निगम में घोटाला, हाउसिंग बोर्ड घोटाला, आरडीए घोटाला, अबकारी घोटाला, ई-टेंडर घोटाला, धान बोरा खरीदी घोटाला सहित अनेक घोटालों में शामिल मुख्यमंत्री के रिश्तेदारों मंत्रियों भाजपा नेताओं और उनके चंद चाटुकार अफसरों को रखने के लिये अलग से जेल बनानी पड़ेगी। 15 साल में रमन सरकार के दौरान छत्तीसगढ़ का कोई ऐसा विभाग नहीं बचा है जिसमें भारी अनियमितताएं, घोटाला, भ्रष्टाचार नहीं हुआ हो। निरंतर सत्ता में रहते हुये पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अपने सरकार के काले कारनामें को छुपाने के लिये निरंतर हजारों-करोड़ों रू. खर्च कर लोकलुभावने नारा वाले विज्ञापन, होर्डिंग्स बोर्ड, अखबार, इलेक्ट्रानिक मीडिया में दिखाते रहे है। जिसके कारण रमन सरकार के घोटाले जनता के बीच नहीं आ पाई। अब कांग्रेस की सरकार छत्तीसगढ़ के साथ अन्याय करने वालों को जेल भेजेगी किसानों, मजदूरों युवाओं, महिलाओं के हक अधिकार को लूटने वालों को सजा देना आवश्यक हो गया है.