
अनथक कर्म योगी...छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान उन्हें वरिष्ठ समाजसेवी, गौसेवक के रूप में पहचानता था
रायपुर (खबरगली) सांसद बृजमोहन अग्रवाल के पिता वरिष्ठ समाज सेवी, गौ सेवक, और अग्रवाल समाज के राष्ट्रीय संरक्षक स्वर्गीय रामजीलाल अग्रवाल आज पंच तत्व में विलीन हो गए। सुबह 10:30 बजे उनके पार्थिव शरीर की अंतिम यात्रा रामजी वाटिका मौलश्री विहार वीआईपी रोड स्थित निवास से प्रारंभ हुई। अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में लोग उमड़ पड़े। उनके पार्थिव शरीर को सर्वप्रथम मौहदापारा गौ आश्रम ले जाया गया, जहां गौ सेवकों ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके उपरांत उन्हें रामसागर पारा स्थित उनके पुराने निवास पर ले जाया गया, जहाँ स्थानीय नागरिकों ने भी नम आंखों से विदाई दी। इसके बाद अंतिम यात्रा मारवाड़ी श्मशान घाट पहुंची, जहाँ विधिपूर्वक उनका अंतिम संस्कार किया गया।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, मंत्री रामविचार नेताम, टंकराम वर्मा, विधायक सुनील सोनी, पुरंदर मिश्रा, मोतीलाल साहू, इंद्र कुमार साहू, अनुज शर्मा, पूर्व राज्यपाल रमेश बैस, भाजपा संगठन महामंत्री पवन साय पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा, इंद्र देव राय, संतोष बाफना, विकास उपाध्याय, निगम मंडल आयोग के अध्यक्षगण, राजनीतिक, सामाजिक और व्यावसायिक संगठनों के प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
बृजमोहन ने जताया आभार
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि आभारी हूं सभी श्रद्धेय अतिथियों, शुभचिंतकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, राजनीतिक साथियों, प्रशासन और आम नागरिकों का जिन्होंने इस दुख की घड़ी में हमारी भावनाओं को समझा, सहभागी बने और पिताजी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। आप सभी की संवेदनाओं और सहयोग ने हमें यह कठिन समय सहने की शक्ति दी है।
ऋषि तुल्य व्यक्तित्व था रामजीलाल अग्रवाल जी का

छत्तीसगढ़ की राजधानी में अविभाजित मध्यप्रदेश से लेकर वर्तमान काल तक जिन-जिन व्यक्तित्वों को सामाजिक सफलता का प्रतीक माना गया, उनमें आदर्श उदाहरण रहे- रामजीलाल अग्रवाल। जीवन पर्यंत जिन्होंने पीड़ित मानवता के कल्याण की अपनी राह नहीं छोड़ी। टीबा बसाई झुंझनू, राजस्थान से आकर वे छत्तीसगढ़ के रायपुर में रच बस गए और इस माटी के लिए स्वयं को समर्पित कर दिया। आज 96 वें वर्ष उन्होंने अपनी सांसारिक यात्रा पूर्ण कर मोक्ष की यात्रा अंगीकार कर ली। ऋषि तुल्य गौ साधक रामजीलालजी ने जितना जीवन जीया वह केवल अग्रवाल सभा के लिए ही नहीं, अन्य समाजों के लिए भी प्रेरक बना रहा। एक व्यक्ति अपने जीवन में परिवार सहित समाज के कल्याण की खातिर किस हद तक सोच सकता है वे इसका अतुलनीय उदाहरण थे। सही मायनों में अनथक कर्म योगी। छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान उन्हें वरिष्ठ समाजसेवी, गौसेवक के रूप में पहचानता था। अग्रवाल समाज के राष्ट्रीय संरक्षक तो वे थे ही। इन सबके पहले एक विशाल कुटुम्ब को संभालने वाले आदर्श परिवार के मुखिया भी थे। श्रीमती सावित्री देवी अग्रवाल, गोपालकृष्ण अग्रवाल, राजधानी के सांसद एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री मध्यप्रदेश - छत्तीसगढ़ बृजमोहन अग्रवाल, विजय अग्रवाल, योगेश अग्रवाल, यशवंत अग्रवाल के वे पिता और श्री विष्णु अग्रवाल के बड़े भाई, पूरनलाल अग्रवाल, राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल, कैलाश अग्रवाल, अशोक अग्रवाल के चाचा, एवं देवेंद्र अग्रवाल, गणेश अग्रवाल के ताऊजी थे।
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