संत विवेक मुनि का संथारापूर्वक देवलोक गमन

Sant Vivek Muni Maharaj Sahib, Chaturmas in the fort, Santhara to Devlok, Jain society, Teela tapa worshiper deputy promoter, Lalit Patwa, Raipur Shraman Sangh, Vairagya, Khabargali

अंतिम दर्शन को उमड़ा जन सैलाब , पटवा परिवार रहे दाह संस्कार के लाभार्थी

रायपुर (khabargali) संत विवेक मुनि महाराज साहब का दुर्ग में चातुर्मास के दौरान गुरुवार को संथारापूर्वक देवलोक गमन हो गया। मुनिश्री के अंतिम दर्शन के लिए सुबह से ही जैन समाज के लोग दुर्ग पहुंचने लगे थे। शाम 4 बजे मंगल साधना केंद्र मंगलम् चरौदा में उनकी अंत्येष्टि की गई। मुनिश्री के दाह संस्कार के लाभार्थी हुकमचंद, अशोक, कमल, ललित पटवा परिवार रहे। वहीं पंच कलश की बोली सायर बाई, अशोक झामण परिवार व अन्य ने ली।

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रायपुर श्रमण संघ के अध्यक्ष ललित पटवा ने मुनिश्री को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि तेला तप आराधक उप प्रवर्तक श्री विवेक मुनि महाराज साहब ने सहज और सरल स्वभाव से हम सबके दिलों पर ऐसी छाप छोड़ी है कि वे हमेशा हमारी स्मृतियों में अमर रहेंगे। उनकी वाणी और आचरण में ऐसा ओज था कि उनसे मिलने वाला हर व्यक्ति उनसे प्रभावित हो जाता था। उनके सानिध्य में बड़ी संख्या में लोग धर्म-अध्यात्म से जुड़े। समस्त संघ की यही कामना है कि मुनिश्री ने जिस उद्देश्य से वैराग्य धारण किया था, उसमें उन्हें सफलता मिले।

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