
कहा- छत्तीसगढ़ का सिक्ख समाज भी भारत के संविधान में पूरी आस्था रखता है
कल की रैली का मुद्दा विधानसभा में गूंजा, विपक्ष ने किया चर्चा की मांग, विस उपाध्यक्ष ने किया खारिज
रायपुर (khabargali) राजधानी रायपुर में कल खालिस्तान समर्थकों ने अमृतपाल जिंदाबाद के नारे लगाते हुए रैली निकालकर आम आदमी पार्टी कार्यालय के सामने पहुंचकर पंजाब सरकार का पुतला फूंका था । आज विधानसभा में इस मामले पर विपक्ष ने विरोध जताया। इधर इस मामले में तेलीबांधा गुरुद्वारा साहेब ने पल्ला झाड़ते हुए इस घटना की कड़ी निंदा की है।
आज विधानसभा में विपक्षी सदस्यों ने इस पर काम रोको प्रस्ताव लाते हुए चर्चा कराने की मांग की जिसे विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम नेताम ने खारिज कर दिया। सदन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कल की घटना में बिना सूचना दिए 35 - 40 लोग जुलूस लेकर निकले । सिक्ख समाज के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता | जो देश विरोधी गतिविधि में संलिप्त होगा उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी |कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि देश विरोधी गतिविधियों में जो संलग्न होगा हम उसका विरोध करेंगे।
दरअसल शून्यकाल के दौरान पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने इसे देशद्रोही गतिविधि बताते हुए चर्चा कराने तथा सरकार और मुख्यमंत्री से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की। उन्होंने देशद्रोही खालिस्तान समर्थक के राजधानी रायपुर में सक्रिय होने का आरोप लगाया। प्रदेश में अराजक घटनाओं का बढ़ाने और पुलिस के द्वारा संज्ञान नहीं लेने का आरोप लगाया। चंद्राकर ने कहा कि प्रिंस क्लब की घटना को भी 2 साल हो गए। विधायक की मौजदगी में गोली चली पुलिस ने क्या किया। देश विरोधी खालिस्तानियो के द्वारा भय का माहौल बनाया गया। मुख्यमंत्री का जवाब आना चाहिए। लोग तेलीबांधा तालाब के पास तक पहुंच गए और पुलिस को पता नहीं चला।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि लंदन के बाद रायपुर में प्रदर्शन हो रहा है। शिवरतन शर्मा ने कहा कि देश विरोधी ताकते बढ़ रही हैं। संसदीय कार्य मंत्री रविन्द्र चौबे ने जवाब दिया कि देश विरोधी गतिविधियों में जो संलग्न होगा हम उसका विरोध करेंगे। देश विरोधी गतिविधियों को सर उठाने नहीं दिया जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ अपराधियों का पनाहगाह बन गया है। यहां के लोग सुरक्षित नहीं है। देशद्रोही खालिस्तानी रायपुर में रैली निकालते हैं। कोई पूछने तक नहीं आता कोई रोकता तक नहीं। पुलिस मौन है। रायपुर में जुलूस कैसा निकला? बैठक कर एक जुट कैसे हो गए? पुलिस को पता नहीं था क्या? चंदेल ने कहा कि कुछ दिन पहले पंजाब में खालिस्तानी एक अपराधी को थाने से छुड़ाकर ले गए थे। आप लोगों को नहीं पता क्या? आज वैसी ही स्थिति छत्तीसगढ़ में बन रही है?
अग्रवाल ने कहा कि नवाचार आयोग बना है जिसमें नये-नये अपराध करने कि तरीका सिखाया जाएगा। इस पर विपक्षी सदस्यों ने चर्चा की मांग की जिसे विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम नेताम ने खारिज कर दिया। इसके बाद विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ।
तेलीबांधा गुरुद्वारा साहेब ने की निंदा
इधर इस मामले में तेलीबांधा गुरुद्वारा साहेब ने पल्ला झाड़ते हुए इस घटना की कड़ी निंदा की है। गौरतलब हैं कि गुरुद्वारा के पास से ही कई लोगों ने अमृतपाल के समर्थन में रैली निकाली थी। बाद में आम आदमी पार्टी के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन भी किया था। तेलीबांधा गुरुद्वारा साहेब के प्रेसिडेंट हरकिशन सिंह ने एक बयान जारी कर कहा है कि सिक्ख समाज सेवा, और पराक्रम में विश्वास करने वाला समाज है। छत्तीसगढ़ का सिक्ख समाज भी भारत के संविधान में पूरी आस्था रखता है। छत्तीसगढ़ के विकास और निर्माण में अपना सक्रिय योगदान देता रहा है। उन्होंने आगे कहा कि खालिस्तान की मांग करने वाले किसी भी संगठन या व्यक्ति विशेष का समर्थन नहीं करता है। इस तरह के मांग की समाज कड़ी निंदा करता है। प्रदेश में भाईचारा, और सांप्रदायिक एकता में पूरी आस्था है।
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