मुंबई (khabargali) महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच बुधवार देर रात उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद आज एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस ने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। दोनों राज्यपाल ने शपथ दिलाई। पहले, फडणवीस ने सरकार में शामिल होने से इनकार कर दिया था, लेकिन भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनसे गुजारिश की जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे भी आज मुंबई पहुंचेंगे। इस बीच शिंदे को Z केटेगरी की सुरक्षा मिली है। जानकारी के मुताबिक शिंदे देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर 49 विधायकों के समर्थन का पत्र लेकर आज ही सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
क्यों एकनाथ शिंदे बने मुख्यमंत्री?
महाराष्ट्र में राजनीतिक सरगर्मियां शुरू होने के साथ ही यह तय हो गया था कि शिवसेना से जो भी विधायक बगावत कर रहे हैं, उन्होंने एकनाथ शिंदे को अपना नेता मान लिया है। पहले विधायकों का एक बड़ा समूह शिंदे के साथ गुजरात और फिर असम के गुवाहाटी रवाना हुआ। बाद में एक-एक करके कुछ और विधायक शिवसेना से टूटकर शिंदे गुट से जुड़ गए। एकनाथ शिंदे इस वक्त निर्दलीयों को मिलाकर 50 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहे हैं। यानी इस पूरे सियासी उठापटक की शुरुआत से लेकर आखिर तक नियंत्रण सिर्फ एकनाथ शिंदे के ही हाथ में रहा।
शिवसेना राज्य में दूसरे से पांचवे नंबर की पार्टी हुई
महाराष्ट्र के सियासी संग्राम के बीच शिवसेना राज्य में दूसरे से पांचवे नंबर की पार्टी हो गई है। दरअसल राज्य के विधानसभा चुनाव के जब नतीजे आए थे तो शिवसेना भाजपा के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी थी। लेकिन ढाई साल बाद अब शिवसेना के सिर्फ 16 विधायक बचे हैं। दरअसल शिवसेना के 39 विधायकों ने अपना एकनाथ शिंदे की अगुवाई में अपना अलग गुट बना लिया है।
नेता प्रतिपक्ष की सीट एनसीपी के खाते में जाएगी
ऐसे में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद उद्धव ठाकरे की शिवसेना पार्टी को मुख्य विरोधी नेता यानी विधानसभा का नेता प्रतिपक्ष पद भी नहीं मिल पायेगा। संख्या बल के हिसाब से देखें तो महाराष्ट्र विधानसभा में अब नेता प्रतिपक्ष की सीट एनसीपी के खाते में जाएगी।
सबसे बड़ी पार्टी भाजपा
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी भाजपा है, जिसके पास 106 विधायक हैं, वहीं दूसरे नंबर पर एनसीपी(54 विधायक), तीसरे नंबर पर कांग्रेस(44 विधायक), चौथे नंबर का गुट एकनाथ शिंदे गुट(39 विधायक) और पांचवे नंबर का दल शिवसेना है जिसे पास 16 विधायक बचे हैं।
हमारे मन में आज भी ठाकरे जी का सम्मान : केसरकर
शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने कहा कि कल सीएम उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दे दिया। हमने किसी भी तरह का जश्न नहीं मनाया क्योंकि उन्हें हटाना हमारा इरादा नहीं था। हम अभी भी शिवसेना में हैं और उद्धव ठाकरे को ठेस पहुंचाना और उनका अपमान करना हमारा मकसद नहीं है। केसरकर ने कहा कि हम ठाकरे परिवार के खिलाफ नहीं हैं। हम उद्धव जी से बात करने के लिए तैयार हैं यदि वे एमवीए के साथ गठबंधन तोड़ते हैं लेकिन वह अभी भी उनके साथ हैं। हम ठाकरे के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट नहीं गए हैं। हमारे मन में आज भी ठाकरे जी का सम्मान है।
शिवसेना सत्ता के लिए पैदा नहीं हुई : संजय राउत
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि शिवसेना सत्ता के लिए पैदा नहीं हुई है, सत्ता शिवसेना के लिए पैदा हुई है। यह हमेशा से बालासाहेब ठाकरे का मंत्र रहा है। हम काम करेंगे और एक बार फिर अपने दम पर सत्ता में आएंगे। Pop
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