बड़ी खबर: गहलोत सरकार पर संकट के बादल..राजस्थान में बीजेपी की एंट्री !!!

Khabargali, big news, Gehlot government, Rajasthan

राजस्थान में बीजेपी ने की फ्लोर टेस्ट की मांग

जयपुर नई दिल्ली(khabargali) राजस्थान में 18 महीने पुरानी अशोक गहलोत सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।  उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की बगावत के बाद सीएम आवास के अंदर गहलोत ने अपने समर्थक विधायकों की मीडिया के सामने परेड कराई है।बैठक के बाद विधायक बसों में सवार होकर मुख्यमंत्री आवास से एक होटल चले गए। इससे पहले विधायकों ने मीडिया के सामने विक्ट्री साइन दिखाया था।  गहलोत खेमे ने दावा किया है कि उनके पास 109 विधायक हैं। यानी बहुमत के आंकड़े 101 से ज्यादा विधायक उनके पास हैं। हालांकि, सचिन पायलट ने दावा किया है कि उनके पास 25 विधायक हैं। लेकिन फिलहाल अशोक गहलोत की सरकार बचती नजर आ रही । प्रियंका के अलावा राहुल गांधी समेत कुल 5 बड़े नेताओं ने पायलट से बात कर उन्हें समझाने की कोशिश की है। 

  भाजपा में शामिल नहीं हो रहे सचिन ?

इस घचनाक्रम के बीच राजनीतिक गलियारों में खूब चर्चा थी कि सचिन पायलट भाजपा में शामिल होने वाले हैं। क्योंकि सचिन पायलट अपने विधायकों के समर्थन संख्या को लेकर डटे हुए है। फिलहाल ऐसा कुछ नहीं हुआ है। लेकिन राजनीति में कब- क्या हो जाए ये कहा नहीं जा सकता।

राजस्थान में बीजेपी ने की फ्लोर टेस्ट की मांग

इन सबके बीच आज ही मध्यप्रदेश की भाजपा के अमित मालवीय ने कहा कि गहलोत के पास बहुमत नहीं है। मालवीय ने ट्वीट कर कहा, अशोक गहलोत के पास बहुमत नहीं है। गहलोत विधायकों को होटल में छिपा रहे हैं। उन्हें फ्लोर टेस्ट करना होगा। बहुमत साबित करना होगा, राजस्थान को ड्रामा से बचाना होगा और गवर्नेंस को आगे बढ़ाना होगा। मगर गहलोत अपने विधायकों को एक रिजॉर्ट में भेज रहे हैं, तो जाहिर है कि उनके पास संख्या नहीं है।

भाजपा ने पायलट को दिए अब तक ये ऑफर 

सचिन पायलट की मौजूदा बगावत को भी ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने से जोड़कर देखा जा रहा है। भाजपा पायलट को अपने पाले में करने की अब तक तीन बार कोशिश कर चुकी है, लेकिन कामयाबी नहीं मिली।
सूत्रों के अनुसार भाजपा ने पहली बार पायलट को जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल पद का ऑफर दिया था। भाजपा की दूसरी कोशिश राज्यसभा चुनाव में हुई जब भाजपा ने पायलट को अपने पाले में करने की कोशिश की थी। भाजपा की तीसरी कोशिश भाजपा प्रवक्ता जफर इस्लाम द्वारा पायलट से संपर्क करना था आपको बता दे कि जफर इस्लाम वही नेता हैं, जिन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा में शामिल करने में अहम भूमिका निभाई थी। हालंकि हर बार बात नहीं बनी।

बीजेपी के पास संख्या बल और पायलट का गणित 

राजस्थान की 200 सदस्यीय विधानसभा में अभी बीजेपी के पास 75 विधायक हैं। इनमें 72 बीजेपी और 3 सहयोगी दल आरएलपी से हैं। अब यदि सचिन पायलट के समर्थक विधायकों की संख्या अगर 19 मान ली जाए और वो इस्तीफे देते हैं तो सदन में विधायकों की कुल संख्या 181 रह जाएगी।

Related Articles