भारत में कोरोना वायरस के मामले 73 हुए, विदेशियों के प्रवेश पर लगी रोक..जाने क्या है देश- दुनिया का हाल

Corona virus, infected khabargali

चीन के हुबेई में कुल 67,760 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित

चीन के बाहर कोरोना वायरस के 32,778 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 46 फीसदी सिर्फ यूरोप के

नई दिल्ली (khabargali) भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 73 हो चुकी है। इसमें 56 भारतीय और 17 इतालवी नागरिक हैं। वायरस के प्रकोप को सीमित करने के लिए भारत ने बड़ा कदम उठाते हुए विदेशियों के आने पर 15 अप्रैल तक रोक लगा दी है। राजनयिकों, यूएन और दूसरे अंतरराष्ट्रीय संगठनों को इससे छूट दी गई है। गौरतलब है कि अभी तक जितने भी केस सामने आए हैं वे विदेश से घूमकर आए लोगों और उनके संपर्क में आए लोगों में ही पाए गए हैं। दिल्ली में सभी सिनेमाघर 31 मार्च तक बंद कर दिए है। कोरोना के चलते आईपीएल पर भी पड़ेगा क्योंकि दूसरे देश के खिलाड़ी वीसा रद्द होने की वजह से नही आ सकेंगे। लगभग सभी देश मे इसे महामारी घोषित कर दिया गया है। चीन के बाद सबसे अधिक प्रभावित है यूरोप। हर 10 में से 7 कोरोना वायरस के मामले इटली, दक्षिण कोरिया और ईरान से सामने आ रहे हैं।बता दें कि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के कुल 1,21,564 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें से 66,239 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं, जबकि 4373 लोगों की मौत हो गई है। आलम ये है कि अंटार्टिक को छोड़ पृथ्वी के सभी द्वीप कोरोना वायरस की चपेट में हैं। चीन के बाद लगभग हर द्वीप तक कोरोना वायरस पहुंच चुका है। ब्रिटेन में तो स्वास्थ्य मंत्री नदीन डॉरिस को भी कोरोना वायरस हो गया है।

शुरुआत चीन के हुबेई प्रांत से हुई

कोरोना वायरस की शुरुआत चीन के हुबेई प्रांत से हुई थी और वही सबसे बुरी तरह से प्रभावित भी है। हुबेई की कुल आबादी 5.92 करोड़ है, जहां कुल 67,760 लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण फैला है। यहां पर प्रति लाख 115 लोग संक्रमित हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के 10 मार्च तक के आंकड़ों के हिसाब से सिर्फ हुबेई में ही 3024 लोगों की मौत हो चुकी है। दुनिया भर में कोरोना वायरस के कुल मामलों को देखें तो पता चलता है कि 84 फीसदी तो सिर्फ चीन में हैं। चीन में कुल 80,924 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 3140 की मौत हो चुकी है। पूरे चीन को देखें तो करीब 96 फीसदी मौतें तो सिर्फ हुबेई में हुई हैं।

चीन के बाद यूरोप की हालत सबसे खराब

कोरोना वायरस चीन से ही फैलना शुरू हुआ था, लेकिन अब ये न सिर्फ पड़ोसी देशों तक फैल चुका है, बल्कि यूरोप समेत दुनिया भर के तमाम देशों में फैल चुका है। चीन के बाद कोरोना वायरस से सबसे अधिक यूरोप ही प्रभावित हुआ है। चीन के बाहर कोरोना वायरस के 32,778 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 46 फीसदी सिर्फ यूरोप के हैं। वहीं 26 फीसदी वेस्टर्न पैसिफिक रीजन यानी पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र (जापान से न्यूजीलैंड) के हैं और करीब 23 फीसदी पूर्वी भूमध्य सागर के हैं।

डेढ़ से 2 साल तक का वक्त लगेगा

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के मुताबिक कोरोना वायरस का वैक्सिन बनाने में कम से कम डेढ़ से 2 साल तक का वक्त लगेगा।

1,500 से ज्यादा लोग ऑब्जर्वेशन में

भारत में अब तक कोरोना से संक्रमित पाए गए 73 लोगों के संपर्क में आए 1,500 से ज्यादा लोगों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है।

विदेश यात्रा से बचें

भारत ने 15 अप्रैल के लिए विदेशियों के वीजा को सस्पेंड कर दिया है। सरकार ने भारतीय नागरिकों के विदेश जाने पर रोक तो नहीं लगाई है लेकिन सलाह जरूर दी है कि इस वक्त विदेश यात्रा से बचें।

900 से ज्यादा भारतीयों को वापस लाया

अब तक 900 से ज्यादा भारतीयों को कोरोना वायरस का ज्यादा प्रकोप झेल रहे देशों से सुरक्षित वापस लाया गया है। इसके अलावा मालदीव, म्यांमार, बांग्लादेश, चीन, अमेरिका, मेडागास्कर, श्रीलंका, नेपाल, साउथ अफ्रीका और पेरु के 48 नागरिकों को भी एयरलिफ्ट किया गया है।

एयरपोर्टों पर स्क्रीनिंग

देश के 30 एयरपोर्टों पर अभी तक 10.5 लाख से ज्यादा यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। पुणे स्थित नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के लैब में हो रही है सैंपलों की जांच। इसके अलावा देशभर में 51 अन्य टेस्ट सेंटर बनाए गए हैं। इसके साथ ही 56 सैंपल कलेक्शन सेंटर भी बनाए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक उसके पास करीब 1 लाख टेस्टिंग किट मौजूद हैं। अतिरिक्त टेस्टिंग किट्स के ऑर्डर दिए जा चुके हैं और वे जल्द मिलने वाले हैं।

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