छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी ने लॉकडाउन के इस समय समाज एवं धर्म के प्रति कोई ना कोई वैज्ञानिक कार्य करने का ये अनुरोध एवं सुझाव दिया

Corona virus, india khabargali

रायपुर (khabargali) छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी डॉ कुलदीप सोलंकी संयोजक ने लॉकडाउन के दौरान खाली समय का सही उपयोग करने की सलाह देते हुए आज बुलेटिन जारी की। प्रस्तुत है उसके मुख्य अंश: डॉ रवि चौबे की बात आज हम आपसे सिर्फ 3 बातों पर चर्चा करेंगे

1. हमारे बुलेटिन क्रमांक 6 के आव्हान पर बहुत सारे लोगों ने गूगल लिंक भरकर जमा कर दी है। जमा करने वालों की वर्तमान में इसकी संख्या 2176 हो गईं है।

2. 30 मार्च तक कोरोनावायरस के विश्व भर के ट्रेंड एनालाइज हो चुके हैं और उसका चार्ट बुलेटिन के साथ संलग्न है। मुख्य निष्कर्ष यह है कि ना केवल हम भारतवासी यूरोप और अमेरिका से बेहतर स्थिति में है अपितु अफ्रीका एवं इंडोनेशिया जैसे ट्रॉपिकल देशों से भी बेहतर हैं। विशेषज्ञों की राय है कि वर्तमान में पिछले दो-तीन दिन में जो केस बढ़े हैं वह मुख्यतः निजामुद्दीन मरकज से ही उत्पन्न हुए हैं किंतु हमें लॉक डाउन से बहुत फायदा हुआ है और इस वजह से मरकज के फैलाव का हमारे देश पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ेगा । बल्कि हो सकता है कि छत्तीसगढ़ एवं आसपास के प्रांतों में जहां कोरोनावायरस का संक्रमण नियंत्रण में आता जा रहा है वहां लॉक डाउन 15 तारीख के पहले ही चरणबद्ध तरीके से खुल जाए। इस बुलेटिन के साथ हम 2 ग्राफ और एक समरी संलग्न कर रहे हैं जो हमारी बात को और पुख्ता तरीके से समझा पाएंगे।

3. तीसरी बात - हम अपने जीवन में पहली बार इतने फ्री है और शायद ही कभी दोबारा लॉक डाउन देखने को मिले अतः हम आपके साथ हमारे सहयोगी डॉ रवि चौबे सर का सुझाव शेयर कर रहे हैं जिसमें उन्होंने वर्तमान के खाली समय को सदुपयोग करने का निम्नलिखित सुझाव दिया है:

डॉ रवि चौबे ने दिये ये सुझाव

1. सभी प्रबुद्ध सदस्यों से मेरा यह अनुरोध एवं सुझाव है कि इस समय का सदुपयोग करते हुए हम समाज एवं धर्म के प्रति कोई ना कोई वैज्ञानिक कार्य करें।

2. सुझाव है कि आप आपके धर्म एवं कल्चर का कोई भी एक aspect चुने और उसके ऊपर एक संक्षिप्त आलेख (1- 2 पन्नों का) लिखें। उसके लिये संबंधित वैज्ञानिक सर्च GOOGLE SCHOLAR में जाकर करें और एक छोटा सा लेख references (बिबलियोग्राफी) के साथ हमें प्रेषित करें। ऐसे सभी आलेखों को छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी सामान्य मैसेजेस को रोककर प्रकाशित करेगी एवं इनके लेखकों को सम्मानित करेगी।

3. आप सब से अनुरोध है की घर में बच्चों एवं महिलाओं को भी इस कार्य के लिए प्रेरित करें और हमारे धर्म एवं समाज की वैज्ञानिकता प्रूफ के साथ सामने लाएं। यह धर्म, समाज एवं देश के लिए आपका बहुत बड़ा कार्य होगा।

कुछ विषय इस तरह हो सकते हैं:

1. अर्घ्य क्यों दिया जाता है?

2. पूजा के समय ताली, शंख एवं घंटियां क्यों बजाई जाती हैं ?

3. प्राणायाम से क्या फायदे हैं?

4. योग का क्या महत्व है?

5. उपवास का वैज्ञानिक दृष्टिकोण क्या है? आदि

अंत में निवेदन करूंगा- लॉक डाउन का हमें बहुत फायदा हो रहा है इस बारे में कोई संशय ना पाले। हमें अपनी इम्यूनिटी को लगातार बढ़ाना है।

1.एसी का इस्तेमाल ना करें क्योंकि जितना तापमान बढ़ेगा उतना वायरस कम होगा।

2. तथा इस लॉक डाउन के समय को हम समाज हित और देश हित में ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें।