गरियाबंद( khabargali)। अक्सर लोग शादी में दिखावा के लिए बड़ी-बड़ी गाड़ियों में बारात जाते हैं, लेकिन जिले में एक अनोखी शादी देखने को मिली. एक दूल्हे ने बिना तामझाम के छत्तीसगढ़िया स्टाइल में बैलगाड़ी पर बारात निकाली. इस बारात की चर्चा आसपास के क्षेत्र में खूब हो रही है. दूल्हे का कहना है कि यह हमारी पुरानी परंपरा को जिंदा रखने के लिए एक पहल है.
गरियाबंद जिले के भेंडरी गांव के रहने वाले टीकम साहू ने अपनी बारात सहसपुर तक बैलगाड़ी से निकाली. दूल्हे के साथ परिवार के लोग और दोस्त सभी बैलगाड़ी से ही बारात गए.
भेंडरी के रहने वाले टीकमचंद का कहना है कि पुराने वक्त में लोग बैलगाड़ी से ही बारात जाते थे. उसी परंपरा को जीवंत करते हुए आज उन्होंने भी अपनी बारात बैलगाड़ी से निकाली. इस दौरान शादी में क्षेत्र के कई जनप्रतिनिधि भी बैलगाड़ी में बैठकर बारात में शामिल हुए.
वहीं टिकमचंद के पिता महेश साहू का कहना है कि पुरानी परंपरा को जीवंत तो किया ही जा रहा है. साथ ही इस महंगाई के समय में बैलगाड़ी से बारात जाने से खर्च का बचत भी हो रहा है. दूल्हा बने टीकम ने बताया कि वो अपनी दुल्हनिया भी इसी बैलगाड़ी से वापस लाएंगे.
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