दो विधायक, एक आईएएस समेत 11 को बनाया गया आरोपी
कोयला घोटाला, अवैध वसूली की भी सीबीआई जांच चाहती है ईडी
रायपुर / बिलासपुर (khabargali) रायपुर। प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत के न्यायालय में मनीलांड्रिंग और कोयला घोटाले को लेकर दूसरा पूरक अभियोजन परिवाद (प्रोसिक्यूशन कम्पलेंट) प्रस्तुत किया। ईडी ने इस अभियोजन परिवाद में कांग्रेस के दो विधायक देवेन्द्र यादव, चन्द्रदेव राय, आईएएस रानू साहू समेत 11 लोगों को आरोपी बनाया गया है।
बता दें कि ED ने कोर्ट में दूसरे अभियोजन परिवाद में 280 पेज की कम्पलेंट प्रस्तुत की है तथा इसके लिए 5456 पृष्ठों के डाक्यूमेंट लगाए गए है। इस पर अगली सुनवाई 23 सितंबर को होगी। इससे पहले एक वर्ष पूर्व उजागर हुए कोयले पर लेवी वसूली और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भी क्रिमिनल रिट पिटिशन दायर किया है। कोयला घोटाला, मनी लांड्रिंग मामले में अब तक करीब 564 करोड़ रुपए की गड़बडि़यों का आरोप लगाया गया है।
सीबीआई जांच की फिर लगाई याचिका
ईडी के अधिवक्ता डॉ सौरभ पांडे ने बताया कि हाईकोर्ट में ईडी की ओर से एक और याचिका पेश कर राज्य की भूपेश सरकार के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की गई है। ईडी ने इस बार कोयला घोटाला और अवैध वसूली मामले को आधार बनाकर सीबीआई जांच की मांग की है। इसके पहले ईडी ने पिछले सप्ताह ही दो हजार करोड़ के शराब घोटाले की जांच भी सीबीआई को सौंपने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी।
इनको बनाया आरोपी
इन आरोपियों में भिलाई के विधायक देवेन्द्र यादव, बिलाईगढ़ के विधायक चंद्रदेव राय, आईएएस रानू साहू, निखिल चंद्राकर, कांग्रेस प्रवक्ता आर.पी. सिंह, कांग्रेस नेता विनोद तिवारी, आईएएस रानू साहू के भाई पीयूष साहू, कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी के सहयोगी रहे मनीष उपाध्याय, रोशन सिंह, नवनीत तिवारी और नारायण साहू शामिल है।
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