महंगाई की मार:टमाटर की कीमत ने बिगाड़ा आम लोगों की रसोई का बजट

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160 रुपये किलो तक पहुंची कीमत, जानिए क्यों हो रहा है टमाटर 'लाल'

नई दिल्ली (khabargali) पेट्रोल-डीजल के बाद, अब सब्जियों की बढ़ती महंगाई ने आम जनता की जेब ढीली कर रखी है। सर्दियों का मौसम शुरू हो गया है और इस समय सब्जियों की कीमत ने किचन का बजट बिगाड़ रखा है । तेल और दाल के भाव आसमान छूने के साथ अब सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी ने आम आदमी की परेशानी बढ़ा दी है। 20-30 रुपये किलो के भाव मिलने वाला टमाटर आज 100 रुपये के पार पहुंच गया है। चेन्नई में तो इसकी कीमत 160 रुपये तक पहुंच गई है।

बेंगलूरु में टमाटर की कीमत 110 रुपये किलो

बेंगलूरु में टमाटर की कीमत 110 रुपये किलो और प्याज की 60 रुपये किलो पहुंच गई है। इसी तरह मुंबई में प्याज 60 रुपये किलो और टमाटर 80 रुपये किलो मिल रहा है। दिल्ली में भी टमाटर की कीमत 70-100 रुपये किलो पहुंच गई है। सब्जियों के होलसेलर्स का कहना है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में तेजी से सब्जियों के दाम बढ़े हैं।

चेन्नई में 160 रुपये पहुंची कीमत

चेन्नई में टमाटर की कीमत 160 रुपये किलो तक पहुंच गई है। शहर की कोयमबेडु होलसेल मार्केट में सोमवार को डेढ़ गुना कम टमाटर की आवक हुई। पिछले 15 दिनों में यह सबसे कम आवक है। मंडावेली, मायलापुर और नंदनम के रिटेल बाजार में टमाटर 140 से 160 रुपये किलो मिल रहा है। एप बेस्ड ग्रॉसरी स्टार्टअप्स 120 रुपये टमाटर बेच रहे हैं।

क्यों महंगी हो रही सब्जियां?

सब्जियों के महंगी होने के पीछे कई वजह हैं। दक्षिण भारत में भारी वर्षा के कारण फसल खराब होने से टमाटर की कीमतों में बंपर उछाल आया है। दरअसल, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में बाढ़ के कारण टमाटर की फसल खराब होने से टमाटर के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं । कम पैदावार और ज्यादा मांग के साथ-साथ ट्रांसपोर्टेशन लागत में बढ़ोतरी से भी टमाटर में उछाल आया है। फ्यूल की महंगाई के चलते छोटे स्तर पर सब्जियों की ढुलाई नहीं हो रही है। तीसरी बड़ी वजह है- शादी का मौसम। त्योहारी सीजन के बाद, शादी का मौसम शुरू हो गया है। ऐसे में, सब्जियों की डिमांड भी तेजी से बढ़ रही है। शादियों के मौसम में मांग बढ़ने के चलते भी सब्जियों का भाव कम नहीं हो रहा है। आवश्यक वस्तु की आपूर्ति में भारी कमी के कारण इनकी कीमत नई ऊंचाई पर पहुंच गई है।

 क्या कहते हैं इन राज्यों के ग्राहक

एक उपभोक्ता ने कहा कि टमाटर की कीमत 20-30 रुपये किलो हुआ करती थी जो अब 100 रुपये से ऊपर पहुंच गई है। उसका कहना था कि अगर पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ेंगी तो सबकुछ महंगा होगा। एक अन्य उपभोक्ता ने कहा कि सब्जियों की बढ़ती कीमत ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। इससे बचने के लिए हमने सब्जियों की खपत कम कर दी है। महंगी सब्जियों को हम कम से कम खाते हैं। हम आलू, बंदगोभी और दूसरी सस्ती सब्जियां खरीद रहे हैं। जब तक टमाटर की कीमत कम नहीं होती है तब तक हम इसे नहीं खाएंगे।

रायपुर में टमाटर नहीं पहुंचेगा 100 के पार

दिल्ली और उत्तर भारत मे टमाटर भले ही जायका बिगाड़ रहा हो कीमतों के मामले में पर छत्तीसगढ़ की जनता को फिलहाल उतनी कीमत नहीं चुकानी पड़ेगी। छत्तीसगढ़ में मंगलवार को टमाटर 50 से 70 रुपये किलो बेचा गया। बाजार के दिग्गजों की माने तो छत्तीसगढ़ में अब टमाटर की पैदावार बहुत ली जाने लगी है इस वजह यहां टमाटर की अधिकतम कीमत 90 रुपये किलो तक जा सकती यदि यहां से टमाटर की बड़ी खेप मुम्बई, दिल्ली या अन्य बड़े शहरों में न भेज दिया जाएगा।