फिर सड़क निर्माण एजेंसियों की लापरवाही उजागर: जिस रोड़ को चौड़ा किया उससे लगे कुएं को ऐसे ही छोड़ा
कांकेर से कोंडागांव लौट रहा पूरा परिवार हो गया था लापता
कांकेर (khabargali) अभी कुछ दिन ही हुए थे कुम्हारी के अधूरे ब्रिज ने एक परिवार के दो लोगों की जान ली और बच्ची समेत अन्य कार सवार घायल हुए थे । वह परिवार शादी में शामिल होने के बाद घर लौट रहा था, शादी में शामिल हो कर लौट रहे फिर एक परिवार पर गाज गिरी है। एक बार फिर सड़क निर्माण एजेंसियों की लापरवाही उजागर हुई। मामला यह है कि कांकेर जिले में तेज रफ्तार से जा रही कार बेकाबू होकर सड़क से लगे बिना मुंडेर वाले कुएं में गिर गई और एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। ये हादसा कांकेर के जंगल वॉरफेयर कॉलेज के लगे इलाके में शनिवार रात हुआ।
ऐसे पहुँची पुलिस कुएं तक-
पिछले दो दिनों से कार चारों लोगों समेत गायब थी। कार में बैठे सभी लोगों के मोबाइल फोन भी बंद मिल रहे थे। दो दिनों से चल रही खोजबीन के बाद कांकेर पुलिस को सूचना दी गई। चारों का मोबाइल लोकेशन जंगलवार कॉलेज के पास बता रहा था, लेकिन आसपास खोजबीन करने से कोई सुराग नहीं मिला। फिर अगले दिन सोमवार को सुबह से ही बारीकी से तलाश की गई। इसमें राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे झाड़ी में कार के पहिये के निशान नजर आये जहां से करीब 10 मीटर में ही खुला कुंआ नजर आया। पुलिस को कार के कुएं में गिर जाने का शक हुआ। पड़ताल में ये सही निकला। जहां पर बांस के सहारे खोजबीन की गई, तो कार जैसे कुछ होने का अंदेशा हुआ।
रौंगटे खड़े करने वाला दृश्य दिखा-
काफी मेहनत कर क्रेन व जेसीबी की मदद से कार को बाहर निकाला गया। जैसे ही कार बाहर निकली तो रौंगटे खड़े करने वाला दृश्य देखने को मिला ..कार सवार चारों के शव पीछे सीट में एक ही जगह एक दूसरे के ऊपर मिले।चारों शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सुपुर्द किया गया। कांकेर पुलिस मर्ग कायम कर जांच कर रही है।
निर्माण एजेंसियों की लापरवाही ने ली जान-
इस पूरे हादसे में निर्माण एजेंसियों की लापरवाही ही दिखाई दे रही है। कांकेर से कोंडागांव जाने वाले रास्ते को चौड़ा किए जाने के बाद सड़क से यह पुराना चौड़ा व गहरा कुआं लगा हुआ है। सड़क के किनारे झाडि़यों की वजह से इस कुएं का पता भी नहीं चलता। चौड़ीकरण करते वक्त इस कुएं को बंद कर दिया जाना चाहिए था। आशंका जताई जा रही है कि कोंडागांव लौटते वक्त शनिवार रात 10 बजे तक चालक ने कार पर से नियंत्रण खो दिया और वह सड़क किनारे चौड़े एवं गहरे कुएं में समा गए । हादसे के बाद अंदर बैठे चारों लोगों को बचने का कोई मौका नहीं मिला। कार में लगे सेंट्रल लॉक भी जाम हो गए थे, जिसकी वजह से चारों अंदर ही फंसे रह गए और दम घुट जाने से चारों की मौत हो गई।
क्या खबर थी कि राह चलते ऐसे मिलेगा मौत का कुआं-
मृतकों की पहचान ओडिशा निवासी तपन सरकार (57), उनकी पत्नी रीता सरकार (50) तथा रीता के भाई छत्तीसगढ़ के कोंडागांव निवासी विश्वजीत अधिकारी (42) एवं हजारी लाल डाली (67) के रूप में हुई है। उमरकोट जिला नवरंगपुर में रहने वाले तपन ओडिसा के रेवेन्यु सुपरवाईजर थे। कांकेर गोविंदपुर में एक करीबी रिश्तेदार के घर मे विवाह समारोह था। इसमें शामिल होने रायघर ओडिसा से तपन सरकार अपनी पत्नी रीना, कोंडागांव में रहने वाले अपने साले विश्वजीत अधिकारी व एक अन्य हजारी ढाली के साथ विवाह समारोह संपन्न होने के बाद शनिवार की रात को कांकेर से कोडागांव के लिए निकले, लेकिन पूरी रात वे चारों घर नहीं पहुंचे। किसी को क्या खबर थी कि एक मौत का कुआं उन्हें राह चलते ऐसे मिलेगा।
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