10वीं में 93 प्रतिशत और 12वीं में 87.98 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण
प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी में वर्गीकरण भी खत्म, मेरिट लिस्ट भी नहीं
छत्तीसगढ़ से 12 वीं में 79.69 प्रतिशत बच्चे हुए पास, सीएम विष्णुदेव साय ने दी बधाई
सत्र 2024-25 के लिए कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा अगले साल 15 फरवरी से
नई दिल्ली (khabargali) केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाओं के सोमवार को घोषित परिणामों में उत्तीर्ण प्रतिशत के मामले में एक बार फिर लड़कियों ने लड़कों को पछाड़ दिया। वहीं, पिछले साल के मुकाबले 90 और 95 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले विद्यार्थियों की संख्या में आंशिक रूप से वृद्धि हुई है। सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की पूरक परीक्षा 15 जुलाई को शुरू होगी। पिछले साल की तुलना में 10वीं कक्षा में उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों के प्रतिशत में 0.48 प्रतिशत का सुधार हुआ है और यह 93.60 प्रतिशत रहा। इसी प्रकार 12वीं कक्षा में 87.98 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए जो पिछले साल की तुलना में 0.65 प्रतिशत अधिक है।
अधिकारियों ने कहा कि दसवीं कक्षा के नतीजों में 94.75 प्रतिशत छात्राएं उत्तीर्ण हुईं और लड़कों की तुलना में 2.04 प्रतिशत अधिक लड़कियां उत्तीर्ण हुईं। वहीं, 12वीं में लड़कियों का उत्तीर्ण प्रतिशत छात्रों के मुकाबले 6.40 प्रतिशत अधिक है। छत्तीसगढ़ से 12 वीं में 79.69 प्रतिशत बच्चे हुए पास, सीएम विष्णुदेव साय ने दी बधाई।
सरकारी स्कूलों ने मारी बाजी
सरकारी सहायता प्राप्त और सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत क्रमश: 91.42 और 88.23 रहा। निजी स्कूलों के कुल 87.70 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण घोषित किए गए हैं।
11 हजार छात्रों को गणित में सौ में सौ अंक
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं की परीक्षा में 11 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने गणित विषय में 100 में से 100 अंक प्राप्त किए हैं जबकि 12वीं कक्षा में छात्रों ने सबसे अधिक यह उपलब्धि चित्रकला विषय में हासिल की है। 10वीं कक्षा में 11,253 छात्रों ने गणित में शत प्रतिशत अंक प्राप्त किया है। इसके बाद संस्कृत और कृत्रिम बुद्धिमत्ता का स्थान है जिनमें क्रमश: 6700 और 6,269 विद्यार्थियों ने यह कारनामा कर दिखाया। इसी प्रकार, 12वीं कक्षा में 10,402 विद्यार्थियों ने चित्रकला में शत प्रतिशत अंक प्राप्त किया है इसके बाद रसायन शास्त्र और मनोविज्ञान का स्थान है जिनमें क्रमश: 2,152 और 2,134 विद्यार्थियों ने यह उपलब्धि हासिल की।
पहली बार ना मेरिट लिस्ट, ना श्रेणी घोषित
सीबीएसई ने घोषणा की है कि ‘अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा से बचने’ के लिए मेधा सूची जारी नहीं की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि अंकों के आधार पर प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी में वर्गीकरण को भी समाप्त कर दिया गया है। सीबीएसई परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा कि बोर्ड 0.1 प्रतिशत विद्यार्थियों को मेधा प्रमाणपत्र जारी करेगा जिन्होंने विभिन्न विषयों में सर्वाधिक अंक अर्जित किए हैं।
अगले सत्र की बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी से
सीबीएसई ने यह भी घोषणा की कि 2024-25 शैक्षणिक सत्र में 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी से शुरू होगी। इस साल 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी को शुरू हुई थी और क्रमश: 28 और 47 दिनों में संपन्न हुई थी।
पूरक परीक्षा 15 जुलाई से
सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की पूरक परीक्षा 15 जुलाई को शुरू होगी। बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि इस साल 10वीं कक्षा में 1.32 लाख विद्यार्थियों को और 12वीं कक्षा में 1.22 लाख विद्यार्थियों को पूरक परीक्षा की श्रेणी में रखा गया है। 12वीं कक्षा के विद्यार्थी को एक विषय में पूरक परीक्षा के जरिये अपने अंक में सुधार करने का मौका दिया जाएगा जबकि 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों को दो विषयों में यह मौका मिलेगा।
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