
विश्व विजेता बनी अंडर 19 महिला क्रिकेट टीम की भी फिजियोथैरेपिस्ट रहीं हैं आकांक्षा

रायपुर (khabargali) विश्व विजेता बनी अंडर 19 महिला क्रिकेट टीम की फिजियोथैरेपिस्ट छत्तीसगढ़ की बेटी आकांक्षा सत्यवंशी के कार्य को देख सीनियर महिला टी 20 विश्व कप के लिए हुआ चयन। आज साउथ अफ्रीका के लिए रवाना हूई आकांक्षा । परिवार के सदस्यों तथा मित्रों ने विश्व कप के लिए शुभकामनाएं देकर रवाना किया । गौरतलब है कि हाल में ही भारत ने पहले अंडर-19 महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप का खिताब जीता है। इस ऐतिहासिक जीत के पीछे छत्तीसगढ़ के रायपुर के सड्डू की बेटी का भी अहम योगदान रहा। आज के समय में जीत में टीम खिलाड़ियों के अलावा सपोर्ट स्टाफ की भी बहुत बड़ा रोल होता है, जो टीम को लगातार मानसिक और शारीरिक तौर पर फिट रखने में कड़ी मेहनत करता है। आकांक्षा सत्यवंशी ऐसा ही एक जाना पहचाना नाम है। आकांक्षा पेशे से फिजियोथेरेपिस्ट हैं। वे सीनियर महिला टीम के साथ भी बहुत समय तक कार्य कर चुकी हैं। इस बार वे अंडर 19 टीम के साथ मुख्य फिजियोथेरेपिस्ट के तौर पर थीं। भारत की महिला खिलाड़ियों की टीम में बतौर मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव और फिजियो एक्सपर्ट आकांक्षा सत्यवंशी ने काम किया है।
आकांक्षा रायपुर की रहने वाली हैं। यहीं से उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई की कुछ समय स्टेट क्रिकेट संघ के लिए काम किया और इसके बाद नेशनल टीम का हिस्सा बनीं। अंडर-19 महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम को फिट रखना। उन्हें कोई सीरियस इंजरी न हो इसका ख्याल रखना आकांक्षा के जिम्मे ही था। वो टीम इंडिया की बैक बोन बनकर पिछले 5 महीनों से साथ हैं। हर मैच के बाद किस खिलाड़ी को रेस्ट देना है, किसे थैरेपी की जरुरत है ताकि वो मैदान में अच्छा कर पाए ये काम आकांक्षा ने बखूबी संभाला।
ऐसे हुई आकांक्षा के करियर की शुरूआत
आकांक्षा ने बताया कि हमारे परिवार में मेरे चाचा जी डॉक्टर रहे हैं। मैं उन्हें देखकर हमेशा मेडिकल की फील्ड में जाना चाहती थी। बैचलर्स मैंने रायपुर मेडिकल कॉलेज से किया और फिर उनका चयन कटक के स्वामी विवेकानंद इंस्टीट्यूट में मास्टर्स के लिए हो गया, जिसमे उन्होने रिहैबिलिटेशन स्ट्रीम में विशेषता हासिल की। उसके बाद उन्होने रायपुर में कुछ निजी संस्थानों में सेवाएं दीं। इसी दौरान छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ से जुड़ने का मौका मिला। उस वक़्त उन्होने छत्तीसगढ़ के तीनों आयु वर्ग अंडर-19, अंडर-23 और सीनियर लड़कियों के साथ काम किया। इसके बाद आकांक्षा के काम की वजह से उन्हें नेशनल क्रिकेट एकेडमी ने बुलाया। 2019 से उन्हें सीनियर टीम हैंडल करने का मौका मिला। 2021/22 के दौरान न्यूजीलैंड में हुए महिला एकदिवसीय विश्व कप में भारतीय टीम के साथ सहायक फिजियोथेरेपिस्ट की भूमिका निभाई थी।
वे इंडिया की स्टार फीमेल क्रिकेटर्स मिताली के साथ भी रहीं। अब पिछले अगस्त से मैं इस अंडर 19 टीम के साथ हूँ। हमने बहुत से फिटनेस कैम्प किए और विश्वकप से पहले न्यूजीलैंड व दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज़ खेलकर हमने विश्व कप की तैयारियों को अंजाम दिया था।
ऐप के जरिए रखी फिटनेस पर नजर
आकांक्षा ने बताया कि वह अगस्त 2022 में भारतीय महिला अंडर-19 क्रिकेट टीम के साथ बतौर फिजियो एक्सपर्ट जुडीं। तभी से वे कैंप में हर खिलाड़ी की फिटनेस पर बरीकी से नजर रखना शुरू कर दिया। बीसीसीआई के एक ऐप के जरिए प्रत्येक खिलाड़ी की फिटनेस पर नजर रखी। इस एप के जरिए हर खिलाड़ी की सुबह की मानसिक, शारीरिक स्थिति की जानकारी प्रत्येक सपोर्ट स्टॉफ तक पहुंच जाती थी, जिसके बाद उसे सुधारने पर काम शुरू हो जाता था। छह महीने तक लगातार फिटनेस पर काम करने कारण हमारी बेटियां अन्य देशों की अपेक्षा अधिक फिट और स्किल में मजबूत रही। आइस बाथ, पूल सेशन और गेम्स खिलाकर खिलाडिय़ों की मानसिक स्थिति को मजबूत करने का काम करती थीं।
बॉलीवुड फिल्म के लिए किया काम
आकांक्षा ने एक्ट्रेस तापसी पन्नू के साथ काम किया है। तापसी पन्नू की फिल्म शाबाश मिठू में भी आकांक्षा ऑफ स्क्रीन फिजियो एक्सपर्ट के तौर पर जिम्मा संभाल चुकी हैं। फिल्म में कुछ सींस में एक्ट्रेस को प्रोफेशनल क्रिकेटर्स की तरह की सीन शूट करने थे। ऐसे में तापसी को फिजियो पर गाइडेंस आकांक्षा ने ही दी थी।






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