
जांच से पहले हटाए जाएंगे अधिकारी!

रायपुर (khabargali) छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. रमन सिंह के आदेश पर विधानसभा सचिव ने कांग्रेस सरकार के तत्कालीन खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के मंत्रित्व काल में छह अरब के राशन घोटाले की जांच के लिए विधानसभा समिति की घोषणा कर दी है. पांच सदस्यों की समिति के सभापति पूर्व खाद्य मंत्री पुन्नू लाल मोहिले को बनाया गया है. समिति में दो अन्य मंत्री राजेश मूणत और विक्रम उसेंडी को रखा गया है. कांग्रेस के लखेश्वर बघेल और संगीता सिन्हा भी जांच समिति में है. समिति के सचिव दिनेश शर्मा, विधानसभा सचिव रहेंगे.

विधानसभा सचिव दिनेश शर्मा ने पत्र जारी करते हुए समिति की प्रथम बैठक के लिए सभापति से अनुमति मांगी है. उन्होंने पत्र में लिखा है कि फरवरी मार्च 2024 के सत्र में 6 फरवरी को पीडीएस के तहत संचालित दुकानों की जांच विषय पर चर्चा हेतु सदन की समिति गठित की गई है. समिति की प्रथम बैठक कर जांच के बिंदु तय किया जाना है. सचिव ने सभापति पुन्नू लाल मोहिले से समित की प्रथम बैठक के लिए तिथि व समय तय करने का आग्रह किया है.
विधान सभा समिति की पहली बैठक में जांच के बिंदु निर्धारित होंगे
विधान सभा समिति की पहली बैठक जून के दूसरे सप्ताह में आहूत किए जाने की संभावना है जिसमें जांच के बिंदु निर्धारित होंगे. जांच को प्रभावित करने वाला खाद्य संचलानालय के अपर संचालक सहित एनआईसी खाद्य की एक महिला अधिकारी पर गाज गिरने की संभावना है. बताया जाता है कि दोनो अधिकारियो ने घोटाले को दबाने के लिए साफ्टवेयर से तेरह हजार राशन दुकानों के घोषणा पत्र गायब कर दिए है. मैदानी अमले पर एफआईआर, निलंबन, विभागीय कार्यवाही की धमकी देकर बाजार से चांवल खरीद कर रखवाने का काम करवाया गया है. राजस्व वसूली के लिए बिना प्रकरण बनाए नोटिस जारी करवाया गया है.
ये था मामला
तत्कालीन खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कोरोना काल में मुख्यमंत्री कार्यालय में कार्यरत रसूकदार अधिकारियों की सलाह पर खाद्य संचालनालय के अधिकारियो के साथ मिली भगत की.प्रधान मंत्री खाद्यान्न सुरक्षा योजना का लाखो क्विंटल चांवल को ब्लैक मार्केट में बिकवा दिया. इस मुद्दे की पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने हमेशा जांच की मांग की थी. कोरोना काल खत्म हुआ तो खाद्य संचालनालय के अपर संचालक जिसका संबंध अनिल टुटेजा और सौम्या चौरसिया, निरंजन दास के साथ मिलकर राशन दुकानों में काला बाजारी का काम शुरू करवा दिया गया. चार साल तक राशन घोटाले का खेल चलता रहा. खाद्य संचालनालय का अपर संचालक ने तेरह हजार राशन दुकानों को साल भर के कोटे की तुलना में दो से तीन गुना अधिक चांवल का कोटा जारी कर छह अरब का राशन चांवल काला बाजार में पार करवा दिया.

खाद्य अधिकारी कर्मचारी संघ ने विधानसभा अध्यक्ष का आभार व्यक्त किया
खाद्य अधिकारी कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष रमेश चंद्र गुलाटी ने विधानसभा अध्यक्ष डा रमन सिंह से सौजन्य भेट कर छह अरब के राशन घोटाले की जांच के लिए विधान सभा समिति के गठन के लिए आभार व्यक्त करते हुए मांग किया है कि संचालनालय के अपर संचालक के रहते निष्पक्ष जांच संभव नहीं है अत: जांच शुरू होने से पहले ऐसे अधिकारियों को हटाया जाए. विधान सभा अध्यक्ष ने रमेश चंद्र गुलाटी को विधानसभा समिति के सदस्यो के साथ समन्वय बनाकर सहयोग करने के लिए कहा है.
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