सीएम शिंदे का बड़ा ऐलान, महाराष्ट्र में कम होगी पेट्रोल, डीजल की कीमत
मुंबई (khabargali) महाराष्ट्र में आज मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित कर दिया। इसके साथ ही चल रहा राजनीतिक ड्रामा अब सत्ता परिवर्तन के साथ पूरी तरह से थम गया है। विपक्ष में रहने वाली पार्टी बीजेपी अब शिवसेना के बागी विधायकों के साथ मिलकर सत्ताधारी पार्टी बन चुकी है, जबकि कांग्रेस और एनसीपी अब विपक्षी दल बन गए हैं। पूर्व उप-मुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता अजीत पवार महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रतिपक्ष चुने गए हैं। एकनाथ शिंदे गुट और भारतीय जनता पार्टी गठबंधन सरकार ने सोमवार को विधानसभा के विशेष सत्र में विश्वास मत हासिल किया था। विश्वास मत में भाजपा-शिंदे गुट को 164 मत मिले। दूसरी ओर महा विकास अघाड़ गठबंधन को 99 वोट मिले। 22 विधायक वोटिंग के लिए नहीं पहुंचे। इनमें सबसे ज्यादा कांग्रेस के 10 विधायक हैं। इसके अलावा एनसीपी, सपा और एआईएमआईएम के विधायक भी वोटिंग से दूर रहे। हालांकि, सबसे ज्यादा चर्चा कांग्रेस विधायकों के गायब होने की हो रही है। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण जैसे दिग्गज भी शामिल हैं।
पहले जानिए कौन-कौन से विधायक वोटिंग से दूर रहे?
कांग्रेस के जिन 10 विधायकों ने फ्लोर टेस्ट में हिस्सा नहीं लिया, उनमें पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, जितेश अंतापुरकर, जीशान सिद्दीकी, प्रणति शिंदे, विजय वडेट्टीवार, धीरज देशमुख, कुणाल पाटिल, राजू आवाले, मोहनराव हम्बर्दे और शिरीष चौधरी शामिल हैं।
देवेंद्र फडणवीस का स्थान लेंगे अजीत पवार
विधानसभा में अब विपक्ष का नेतृत्व राकांपा को स्थानांतरित हो गया और पूर्व उप-मुख्यमंत्री श्री पवार के नाम पर मुहर लगा दी गई है। राकांपा की ओर से इस आशय का एक पत्र विधानसभा अध्यक्ष को दिया गया जिसमें श्री पवार की नियुक्ति की सूचना दी गयी है। इससे पहले भाजपा नेता देवेंद, फडणवीस विधानसभा में विपक्ष के नेता थे।
जयंत पाटिल ने रखा अजीत पवार को नेता प्रतिपक्ष बनाने का प्रस्ताव
राकांपा विधायक दल के नेता जयंत पाटिल ने प्रस्ताव रखा कि अजित पवार महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता होंगे। बाद में इसे विधानसभा ने मंजूरी दे दी। शरद पवार ने कल जयंत पाटिल, अजीत पवार के साथ राकांपा नेताओं की बैठक की थी। विपक्ष चाहता था कि पार्टी का कोई वरिष्ठ नेता विपक्ष का चेहरा बने। आपको बता दे कि कल ही नवगठित ने सरकार एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में फ्लोर टेस्ट में करीब 164 मत पाकर बड़ी जीत हासिल की थी। और उद्धव गुट को केवल 99 वोट पर ही संतोष करना पड़ा। फ्लोर टेस्ट के दौरान सपा व असदुद्दीन औवेसी की पार्टी के विधायकों ने फ्लोर टेस्ट में कोई हिस्सा नही लिया।
महाराष्ट्र में कम होगी पेट्रोल, डीजल की कीमत
21 मई को केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर 8 रुपये और 6 रुपये का उत्पाद शुल्क घटा दिया था। इसके बाद देश के अधिकांश राज्यों ने भी वैट में कुछ कटौती की थी जिससे पेट्रोल और डीजल के दाम में 8 से 10 रुपये तक की कमी आई थी। गैर-बीजेपी शासित कुछ राज्यों ने वैट कम नहीं किया जिसके कारण वहां पेट्रोल और डीजल की कीमत में मामूली कमी हुई। महाराष्ट्र में उद्धव सरकार के जाने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विश्वास मत हासिल करते हुए इस संबंध में बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में पेट्रोल और डीजल पर वैट में कमी की जाएगी. इससे राज्य में पेट्रोल और डीजल की कीमत में और ज्यादा कमी होने वाली है।
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