बड़ी खबर : गुलाम नबी आजाद के समर्थन में इन नेताओं ने भी कांग्रेस छोड़ा

Ghulam Nabi Azad resigns from primary membership of Congress, 10 serious allegations against Congress leadership

पढ़ें, गुलाम नबी का कांग्रेस नेतृत्व पर लगाए ये 10 गंभीर आरोप

नई दिल्ली (khabargali) पिछले करीब पांच दशक से कांग्रेस से जुड़े रहे और इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, पीवी नरसिंह राव और डॉ. मनमोहन सिंह की सरकारों में केंद्रीय मंत्री रह चुके गुलाम नबी आजाद ने आखिरकार कांग्रेस छोड़ दी और जम्मू-कश्मीर में अपनी नई पार्टी बनाने का ऐलान किया है। अब आजाद के समर्थन में जम्मू-कश्मीर के कई बड़े नेता इस्तीफा दे रहे हैं। अब तक 6 पूर्व विधायकों ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इन सभी नेताओं ने आजाद का खुलकर समर्थन किया है।

गुलाम नबी आजाद ने पांच पन्नों का इस्तीफा अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा। ,इस चिट्ठी में उन्होंने राहुल गांधी को अपरिपक्व और बचकाना बताते हुए टिप्पणियां कीं। गुलाम नबी आजाद कांग्रेस के उस जी-23 समूह के सबसे प्रमुख चेहरे थे, जिन्होंने राहुल गांधी की नेतृत्व शैली को लेकर सोनिया गांधी से शिकायत की थी।

हाल ही के महीनों में कपिल सिब्बल के बाद गुलाम नबी आजाद ऐसे दूसरे बड़े नेता हैं, जिन्होंने कांग्रेस को अलविदा कहा है। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके गुलाम नबी कांग्रेस में रहेंगे या नहीं, इसे लेकर तभी से अटकलें लगाई जा रही थीं, जब पार्टी ने उन्हें दोबारा राज्यसभा नहीं भेजा था और उनकी विदाई के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने सदन के अंदर उनकी तारीफ कर दी थी।

पढ़ें, पांच पन्नों के इस्तीफे में गुलाम नबी ने राहुल गांधी को कैसे घेरा, किस बचकानी हरकत का जिक्र किया और कांग्रेस के अंदर किस धांधली की ओर इशारा किया..

1. जिस रिमोट कंट्रोल मॉडल ने यूपीए सरकार की सत्यनिष्ठा को तबाह किया, वही मॉडल अब कांग्रेस में भी लागू हो गया। आपके पास सिर्फ नाम का नेतृत्व है, सभी महत्वपूर्ण फैसले या तो राहुल गांधी लेते हैं, या फिर इससे भी बदतर स्थिति में उनके सुरक्षाकर्मी और पीए लेते हैं।

2. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के व्यवहार से स्थिति कमजोर हुई।

3. आजाद ने माना कि 2019 के बाद कांग्रेस की स्थिति बदतर हुई है।

4. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस को चलाने वाले गुट के निर्देश पर जम्मू में मेरे नाम की सांकेतिक शवयात्रा ही निकाल दी गई।

5. उन्होंने पार्टी की संभावनाओं पर भी सवाल उठाए।

6. आजाद ने कहा कि पिछले आठ साल से पार्टी का नेतृत्व एक गैर-गंभीर व्यक्ति के हाथ में रहा।

7. उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व को भारत जोड़ो यात्रा करने से पहले तो देशभर में कांग्रेस जोड़ो यात्रा करनी चाहिए थी।

8. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के अंदर अब उसे चलाने वाले एक गुट को संरक्षण प्राप्त है।

9. आजाद ने कहा कि संगठन के चुनाव कराने की पूरी प्रक्रिया तमाशा और ढोंग है। 24 अकबर रोड पर बैठा एक गुट सूचियों पर दस्तखत करवा रहा है। पार्टी के अंदर बड़े पैमाने पर हो रही धांधली के लिए कांग्रेस नेतृत्व ही पूरी तरह जिम्मेदार है।

10. उन्होंने कहा कि 2014 के बाद आपके और राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस दो लोकसभा चुनाव हार गई। 2014 से 2022 तक 49 में से 39 विधानसभा चुनाव भी हार गई। आज कांग्रेस सिर्फ दो राज्यों में सत्ता में है, दो अन्य राज्यों में गठबंधन के साथ सरकार चला रही है।

इन 6 विधायकों ने इस्तीफा दिया

आज जिन 6 पूर्व विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया है, उनमें जीएम सरूरी, हाजी अब्दुल राशिद, मोहम्मद अमीन भट, गुलजार अहमद वानी, चौधरी मोहम्मद अकरम और आरएम चिब का नाम शामिल है। ये सभी नेता कांग्रेस से विधायक रहे हैं। बता दें कि आरएस चिब और जीएम सरूरी जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस सरकार के समय मंत्री भी रहे हैं।