रायपुर (khabargali) छत्तीसढ़ की विधानसभा में शुक्रवार को वो हुआ जाे छत्तीसगढ़ के इतिहास में अब तक नहीं हुआ था। छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज अप्रिय स्थिति निर्मित हो गयी। आरक्षण के मुद्दे पर सदन में सत्तापक्ष और प्रतिपक्ष के सदस्य के बीच हाथापाई की नौबत निर्मित हो गयी। भाजपा के विधायक अजय चंद्राकर और मंत्री शिव डहरिया आपस में भिड़ गए। तीखी बहस कुछ ही सेकंड में मारपीट की नौबत में बदल गई। भागकर दूसरे नेताओं ने इन्हे अलग किया। बाहर आकर शिव डहरिया ने कहा कि अजय चंद्राकर ने मुझे धक्का दिया है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज विशेष सत्र के दूसरे दिन सरकार ने आरक्षण संशाेधन विधेयक पेश किया। आज ही विधानसभा से आरक्षण विधेयक पास होना है, इसे लेकर आज भाजपा विधायक दल की बैठक भी विधानसभा कक्ष में हुई थी जिसके बाद रणनीति बनाई गई। लेकिन आज यह माजरा ने सबको आश्चर्य में डाल दिया ।
दरअसल सरकार की तरफ से आरक्षण बिल पेश किए जाने के बाद विपक्ष की ओर से कड़ी आपत्ति दर्ज़ कराई गई। जिसके बाद सदन के अंदर जमकर हंगामा हुआ। विधानसभा में इस मुद्दे पर हुई नारेबाजी और शोर-शराबे की वज़ह से 10 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। जिसके बाद दोबार कार्यवाही शुरू हुई। दोबारा शुरू हुई कार्यवाही में भी हंगामा नहीं थमा और पक्ष-विपक्ष के विधायक आमने-सामने हो गए।
भाजपा विधायकों ने आरक्षण संशोधन विधेयक पर आपत्ति जताते हुए कहा कि राज्य सरकार ने जान-बूझकर विधानसभा उपचुनाव में लाभ के लिए यह विधेयक पेश किया। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने 8 दिसंबर को उपचुनाव के परिणाम के बाद चर्चा कराने की मांग की।
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