रायपुर (khabargali) किसी भी छात्र के पूर्ण व्यक्तित्व विकास के लिए 3 मूलभूत कौशल का विकास अत्यंत आवश्यक है। पढ़ना, लिखना एवं मूलभूत गणितीय कौशल विकास। समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ द्वारा प्रस्तावित डिपस्टिक स्टडी के अंतर्गत प्रत्येक विकासखंड के किसी एक प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला का सामाजिक अंकेक्षण किया जाना प्रस्तावित है जिसके अंतर्गत आज विकासखंड स्रोत केंद्र समन्वयक रायपुर शहरी शिरीष तिवारी के मार्गदर्शन में धरसीवा शहरी विकास खंड के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला भाटागांव में वार्ड के पार्षद सतनाम पनाग, शाला विकास समिति के अध्यक्ष अमित येवलकर, श्रीमती वनिता येवलकर सदस्य गण, शाला के प्रधान पाठक राजेंद्र प्रसाद शर्मा, शाला के सभी शिक्षक गण, समुदाय के लोगों एवं पीएलसी सदस्यों की उपस्थिति में सामाजिक अंकेक्षण का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम में शाला के 200 बच्चों ने भाग लिया, 100 से अधिक पालक उपस्थित हुए एवं विभिन्न विषय से संबंधित एक्सपर्ट शिक्षकों ने तीनों कौशलों के विकास से संबंधित बच्चों की जांच की। समुदाय के सदस्यों ने भी बच्चों से व्यावहारिक एवं दिनचर्या से संबंधित प्रश्न पूछे। कुछ बच्चों के जवाब बहुत सटीक प्राप्त हुए एवं कुछ बच्चे प्रश्नों के जवाब देने में असफल रहे।
विषय वार एक्सपर्ट पीएलसी सदस्यों के रूप में विक्रम त्यागी,अनूपमा पांडे, अंकिता तिवारी, रीता मंडल, कविता आचार्य पुणेश डडसेना, श्रुति झा, कीर्ति श्रीवास्तव ,संध्या विश्वकर्मा, सुनीता शर्मा , ऋषिका झा, ममता अहार उपस्थित रहे।
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