
मुख्यमंत्री ने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को किया निलंबित, दिए जांच के आदेश
गुना (khabargali) मध्य प्रदेश के गुना जिले में बुधवार रात 9 बजे बड़ा दर्दनाक हादसा हुआ है, यहाँ गुना-आरोन रोड पर डंपर से टकराने के बाद निजी बस पलट गई और आग के गोले में तब्दील हो गई। घटना में जिंदा जलकर मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई। 14 अन्य घायल हो गए हैं।घायल लोगों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। घटना के समय बस में लगभग 30 यात्री थे और उनमें से सिर्फ चार यात्री किसी तरह वाहन से बाहर निकलने में कामयाब रहे । पुलिस ने बताया कि दुर्घटना के समय बस आरोन की ओर जा रही थी जबकि डंपर गुना की ओर जा रहा था।
बस के पास परमिट, फिटनेस प्रमाण पत्र नहीं था
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी रवि बरेलिया ने मीडिया से कहा, बस के पास न तो रूट पर चलने का वैध परमिट था और न ही फिटनेस प्रमाण पत्र था। बरेलिया ने यह भी बताया कि बस का पंजीकरण रद्द करने के लिए मालिक की ओर से क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में दो महीने पहले आवेदन दिया गया था, लेकिन कर नहीं चुकाने के कारण यह लंबित था।
घायलों से मिलने पहुंचे मुख्यमंत्री , दिए जांच के आदेश
मुख्यमंत्री मोहन यादव बृहस्पतिवार को सुबह दुर्घटना में घायल लोगों से मिलने के लिए गुना पहुंचे। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री यादव ने घटना के संबंध में कथित लापरवाही के लिए गुना के एक परिवहन अधिकारी रवि बरेलिया और मुख्य चिकित्सा अधिकारी वी डी कतरोलिया को निलंबित करने का आदेश दिया। मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि वे सुनिश्चित करेंगे कि ऐसी दुर्घटना दोबारा न हो तथा यह जांच का विषय है कि आग कैसे लगी। मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद, जिला कलेक्टर ने घटना की जांच करने के लिए अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट मुकेश कुमार शर्मा की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति का गठन किया है।
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