
एक महीने पहले बलरामपुर जिले में ईंट भट्ठा के ऊपर सोने वाले तीन लोगों की मौत हुई थी
महासमुंद (khabargali) एक महीने पहले छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के गणेशचौकी के खजुरी गांव के एक ईंट भट्ठा में आग लगाने के बाद रात में उसके ऊपर सोने वाले तीन लोगों की मौत हो गई थी। अब महासमुंद जिले में ऐसे ही एक और दर्दनाक हादसे की खबर है। यहां ईंट-भट्टे पर सो रहे पांच मजदूरों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि धुएं में दम घुटने से पांच मजदूरों की जान चली गई। जबकि इस हादसे में एक मजदूर का अस्पताल में भर्ती, जहां उसका उपचार किया जा रहा है। सभी मजदूरों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। एएसपी आकाश राव गिरिपुंजे ने घटना की पुष्टि की है।
दरअसल, यह घटना महासमुंद के गढफ़ुलझर गांव की है। ईट-भट्टे में आग लगाने के बाद सभी मजदूर वहीं सोए थे। अचानक आग सुलगने और उसके धुएं से मजदूरों का दम घुटने लगा और मौत हो गई। पुलिस मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतकों के शव पीएम के लिए भेजा है। बताया गया है कि माटीकला बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष चंद्रशेखर पांड़े के स्वजन ईंट का कारोबार करते हैं, यह भट्टा उनके अनुज कुंज बिहारी का बताया जा रहा है।
बताया गया है कि कुंजबिहारी ने श्रमिकों से ईंट बनवाकर उसे पकाने के लिए ठेका पर दिया था, ये ठेका श्रमिक थे। इन श्रमिकों गंगा राम बिसी (55), दशरथ बिसी(30), सोना चंद भोई (40), वरुण बरिहा(24), जनक राम बरिहा(35) और मनोहर बिसी(30) काम कर रहे थे।
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