
रायपुर (khabargali) ईओडब्ल्यू ने शराब कारोबारी विजय भाटिया को दिल्ली से गिरफ्तार कर रायपुर कोर्ट में पेश कर एक दिन के लिए जेल भेज दिया। उसे रविवार को अवकाशकालीन कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान ईओडब्ल्यू ने पूछताछ के लिए 14 दिन की रिमांड पर देने का आवेदन लगाया। लेकिन, संबंधित कोर्ट ने आवेदन को खारिज कर दिया। साथ ही विशेष न्यायालय में पेश करने का फैसला सुनाया।
वहीं 2161 करोड़ के शराब घोटाले की जांच करने विजय भाटिया के नेहरू नगर एवं आदर्श नगर स्थित निवास, भिलाई-3 में फर्नीचर शोरूम, दुर्ग में फैक्ट्री, उनके मैनेजर संतोष रामटेके एवं दुर्ग स्थित फर्म सहित करीबी लोगों के 8 ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान बरामद लेनदेन के दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, प्रॉपर्टी एवं निवेश के पेपर्स को जांच के लिए जब्त किया। छापेमारी के बाद दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर बयान लिया जा रहा है।
एक साल से तलाश
हाईकोर्ट से जमानत याचिका खारिज होने के बाद से विजय भाटिया पिछले एक साल से फरार चल रहा था। ईओडब्ल्यू की टीम ने तीन बार उसके घर पर छापेमारी की, लेकिन पकडे़ जाने के डर से छत्तीसगढ़ छोड़कर दिल्ली जाने के बाद लगातार ठिकाना बदल रहा था। इसे देखते हुए ईओडब्ल्यू ने दिल्ली पुलिस और मुखबिर के जरिए जानकारी जुटाई। बताया जाता है कि चार दिन पहले पुरानी दिल्ली में देखे जाने की सूचना मिलने के बाद टीम को भेजा।
सिंडीकेट में साझेदार
ईओ़डब्ल्यू ने विजय भाटिया को घोेटाले के सिंडीकेट का प्रमुख साझेदार बताया है। साथ ही विदेशी शराब कंपनियों और सप्लायरों से कमीशन उगाही कर कमीशन लेने और शासन को करोड़ों रुपए का नुकसान का आरोप लगाया गया है। अवैध वसूली में हिस्सेदारी लेने के सबूत मिलने पर अप्रैल 2024 में उसके खिलाफ जुर्म दर्ज किया था।
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