इस साल दीपावली 6 दिनों तक, अमावस्या और ग्रह संयोग बनाएंगे विशेष

This year Diwali will be for 6 days, Amavasya and planetary conjunction will make it special.

रायपुर (खबरगली) इस साल का दीपावली का त्योहार ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद खास और शुभ रहने वाला है। एक दुर्लभ संयोग के कारण, इस बार दीपावली पांच नहीं, बल्कि पूरे छह दिनों तक मनाई जाएगी, जिससे खुशियों का यह पर्व और भी लंबा हो जाएगा। पंचांग के अनुसार, अमावस्या दो दिन, यानी 20 और 21 अक्टूबर को रहेगी, जिससे लक्ष्मी पूजन और स्नान-दान के लिए दो अलग-अलग दिन मिलेंगे।

दो दिन की अमावस्या, दो दिन की दीपावली

ज्योतिषियों के मुताबिक, दिवाली पर लक्ष्मी पूजन के लिए गोधूलि बेला और अमावस्या तिथि का संयोग होना शुभ माना जाता है। इस वर्ष यह शुभ संयोग 20 अक्टूबर को बन रहा है, इसलिए लक्ष्मी पूजन इसी दिन किया जाएगा। वहीं, अमावस्या पर होने वाले स्नान और दान का कार्य 21 अक्टूबर को किया जाएगा, जब अमावस्या तिथि प्रातःकाल में भी व्याप्त रहेगी। धनतेरस और अन्य पर्व इस वर्ष धनतेरस पर द्वादशी तिथि का लोप है। इस कारण, एकादशी का व्रत 17 अक्टूबर को रखा जाएगा, जबकि धनतेरस का पर्व 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा।

ग्रहों का अद्भुत संयोग

दीपावली के दिन तीन ग्रहों - मंगल, सूर्य और बुध का विशेष संयोग बन रहा है। यह दुर्लभ त्रिग्रही योग सभी राशि के जातकों के लिए अत्यंत शुभ और लाभकारी माना जा रहा है। कार्तिक अमावस्या पर स्थिर लग्न में महालक्ष्मी की पूजा करने से घर में समृद्धि और स्थिरता आती है, जिससे परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।

कुछ अन्य विशेष योग

हंस महापुरुष योग: बृहस्पति के कर्क राशि में रहने से यह योग बन रहा है। यह योग धन, सम्मान, ज्ञान और सफलता के लिए बहुत शुभ होता है।

शनि वक्री योग

शनि देव मीन राशि में वक्री चाल में हैं। कुछ राशियों के लिए यह योग अचानक धन लाभ और अप्रत्याशित सफलता ला सकता है।

कलात्मक योग

कन्या राशि में शुक्र और चंद्र की युति से बन रहा यह योग सुख-सुविधा, मानसिक शांति और प्रेम संबंधों के लिए विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है।

बुधादित्य योग

तुला राशि में सूर्य और बुध की युति से यह योग बनता है, जो बुद्धि, नेतृत्व क्षमता और कार्यक्षेत्र में सफलता प्रदान करता है।

6 दिनों के उत्सव का कैलेंडर

18 अक्टूबर: धनतेरस

19 अक्टूबर: चौदस

20 अक्टूबर: दीपावली (लक्ष्मी पूजन)

21 अक्टूबर: दीपावली (स्नान-दान)

22 अक्टूबर: गोवर्धन पूजा

23 अक्टूबर: भाई दूज

ज्योतिषीय गणनाओं के इन शुभ संयोगों से इस साल की दीपावली हर घर में नई खुशियां और समृद्धि लेकर आएगी। यह एक ऐसा ऐतिहासिक अवसर है, जब प्रकृति और ज्योतिषीय ग्रह मिलकर एक खास आशीर्वाद प्रदान कर रहे हैं।

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