लंदन जेल से रिहा होगा दाऊद इब्राहिम का गुर्गा जाबिर मोती

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लंदन कोर्ट ने रिहा करने का दिया है आदेश

लंदन(khabargali)। दाऊद इब्राहिम का सबसे बड़ा गुर्गा जाबिर मोती लंदन की जेल से आजाद होने वाला है। जाबिर मोती को दाऊद इब्राहिम के डी कंपनी का शीर्ष सिपहसालार माना जाता है और उसे लंदन की एक कोर्ट ने रिहा करने का आदेश दे दिया है। जिसके बाद जाबिर मोती वापस पाकिस्तान चला जाएगा। अमेरिका ने जाबिर मोती के खिलाफ मादक पदार्थों की तस्करी, मनी लॉन्ड्रिंग और ब्लैकमेलिंग समेत कई और आरोपों को वापस ले लिया था, जिसके बाद जाबिर मोती के रिहाई का रास्ता साफ हो गया था।

आजाद होगा जाबिर मोती

रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान का रहने वाला जाबिर मोती की उम्र 53 साल है और वो जाबिर मोतीवाला, जाबिर सिद्दिकी के नाम से भी जाना जाता है। जाबिर मोती ने लंदन हाईकोर्ट में प्रत्यर्पण आदेश को चुनौती थी और फिर फैसले का इंतजार कर रहा था। रिपोर्ट के मुताबिक इसी हफ्ते अमेरिका ने जाबिर मोती के खिलाफ प्रत्यर्पण अपील को वापस ले लिया था जिसके बाद लंदन हाईकोर्ट ने जाबिर मोती को रिहा कर दिया है।

दाऊद का टॉप कमांडर

रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी रिपोर्ट में कहा गया था कि जाबिर मोती माफिया सरगना और डी कंपनी चलाने वाला दाऊद इब्राहिम का टॉप कमांडर है और वो सीधे दाऊद इब्राहिम को ही रिपोर्ट करता है। दाऊद इब्राहिम अमेरिका द्वारा घोषित किया हुआ एक मोस्ट वांटेड आतंकवादी है, जिसे पाकिस्तान ने अपने देश में शरण दे रखी है। दाऊद इब्राहिम ने मुंबई में 1993 में सिलसिलेवार तरीके से कई बम ब्लास्ट करवाया था और फिर दुबई के रास्ते पाकिस्तान फरार हो गया था। भारत सरकार को सालों से दाऊद इब्राहिम की तलाश है, लेकिन इस आतंकवादी को पाकिस्तान ने शरण दे रख है।

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2018 में गिरफ्तार हुआ था मोती

आपको बता दें कि दाऊद इब्राहिम का टॉप कमांडर जाबिर मोती को 2018 में गिरफ्तार किया गया था और उसके बाद से ही वो दक्षिण-पश्चिम लंदन के एक जेल में बंद है। वहीं, ब्रिटिश होम मिनिस्ट्री ने जाबिर मोती के रिहा होने पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। ब्रिटेन होम मिनिस्ट्री की तरफ से कहा गया है कि किसी एक केस के बारे में वो अपनी प्रतिक्रिया नहीं दे सकता है। वहीं, पिछले महीने पाकिस्तान मीडिया ने दावा किया था कि अमेरिका की सुरक्षा एजेंसी एफबीआई के एक पूर्व अधिकारी ने कहा था कि उसे एफबीआई के उच्च अधिकारियों की तरफ से किसी भी हालत में जाबिर मोती को गिरफ्तार करने के लिए कहा गया था।

पाकिस्तानी मीडिया का दावा

पाकिस्तानी न्यूज चैनल जियो न्यूज ने पिछले महीने दावा किया था कि एफबीआई के पूर्व अधिकारी पर जाबिर मोती को किसी भी कीमत पर पकड़ने का दबाव डाला गया था। जियो न्यूज ने पूर्व एफबीआई अधिकारी के बयान के हवाले से दावा किया था कि जाबिर मोती के खिलाफ खास सबूत नहीं थे, जिससे मोती को गुनहगार ठहराया जा सके। आपको बता दें कि एफबीआई ने जाबिर मोती पर माकद पदार्थ हेरोईन की तस्करी, मनी लॉन्ड्रिंग और ब्लैकमेलिंग जैसे कई आरोप साल 2018 में लगाए थे।