PM मोदी ने बंगाल को पहली वंदे भारत एक्सप्रेस के साथ ₹7800 करोड़ की सौगात दी
राष्ट्रीय गंगा परिषद की दूसरी बैठक की अध्यक्षता भी की
नई दिल्ली (khabargali) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माँ हीराबेन के अंतिम संस्कार के बाद पश्चिम बंगाल को 7800 करोड़ रुपए की योजनाओं की सौगात दी। इसमें, पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाने के अलावा कई अन्य योजनाओं का उद्घाटन किया। इस मौके पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मौजूद रहीं। पीएम मोदी इस कार्यक्रम में पहले स्वयं जाने वाले थे। हालाँकि, माँ के निधन के कारण वह बंगाल नहीं जा सके। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वह इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा है, “बंगाल की पुण्य धरती को नमन। निजी कारणों से आपके बीच नहीं बंगाल नहीं आ पाया। इसके लिए क्षमा माँगता हूँ। रेलवे और मेट्रो प्रोजेक्ट्स के साथ कई प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन हुआ है। वंदे भारत ट्रेन के लिए आप सबको बधाई।” बंगाल की पुण्य धरती को आज मेरे लिए नमन करने का अवसर है। बंगाल के कण-कण में आज़ादी का इतिहास समाया हुआ है. जिस धरती से 'वन्दे मात्रम' का जयघोष हुआ वहां से 'वन्दे भारत' को हरी झंडी दिखाई गई"।
उन्होंने यह भी कहा, “ आज 30 दिसंबर की तारीख का भी इतिहास में अपना बहुत महत्व है। 30 दिसंबर, 1943 के दिन ही नेताजी सुभाष चंद्रबोस ने अंडमान में तिरंगा फहराकर भारत की आजादी का बिगुल फूँका था। इस घटना के 75 वर्ष होने पर साल 2018 में, मैं अंडमान गया था, नेताजी के नाम पर एक द्वीप का नामकरण भी किया था।”
कोलकाता में कार्यक्रम के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "प्रधानमंत्री जी आज आपके लिए बहुत दुखद दिन है। मैं भगवान से प्रार्थना करूंगी की आपको यह दुख सहन करने की क्षमता दे। मैं आपसे अनुरोध करूंगी कि आप इस कार्यक्रम को छोटा रखें क्योंकि आप अभी अपनी मां के अंतिम संस्कार से आए हैं।"
पीएम मोदी ने राष्ट्रीय गंगा परिषद की दूसरी बैठक की अध्यक्षता की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोलकाता में हो रही राष्ट्रीय गंगा परिषद की दूसरी बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मौजूद रहीं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी बैठक में हिस्सा लिया। राष्ट्रीय गंगा परिषद की पहली बैठक 14 दिसंबर 2019 को उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुई थी। इसके बाद अब परिषद की बैठक 30 दिसंबर 2022 को कोलकाता में आयोजित हो रही है। राष्ट्रीय गंगा परिषद के अध्यक्ष प्रधानमंत्री तथा पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के प्रतिनिधि इसके सदस्य होते हैं। इन राज्यों के मुख्यमंत्री इसकी बैठक में हिस्सा लेते हैं।
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