ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़, एलओसी पर दसवीं की छात्रा 400 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार
पुंछ (khabargali) पाकिस्तान की नापाक हरकतें लगातार बढ़ती जा रही हैं , अब उसकी की नई साजिश सामने आई है । पाकिस्तान अब नाबालिग छात्राओं का इस्तेमाल करने लगा है। मेंढर में सुरक्षाबलों ने पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई के नशा तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए नियंत्रण रेखा पर तारबंदी के आगे स्थित गांव से 400 ग्राम हेरोइन के साथ 10वीं की नाबालिग छात्रा को गिरफ्तार किया है। यह मादक पदार्थ उसे नियंत्रण रेखा के उस पार से छात्रा को तस्करी के लिए दिया गया था। पुलिस और बीएसएफ ने आईएसआई द्वारा स्कूली बच्चों के माध्यम से नशीली वस्तुओं की तस्करी और किशोरों को नशों में लिप्त करने की साजिश का पर्दाफाश किया। इस संबंध में मेंढर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
पाकिस्तानी हैंडलर आशिक की भी हुई पहचान-
सुरक्षाबलों ने इस छात्रा को उस पार से हेरोइन पहुंचाने वाले एक पाकिस्तानी हैंडलर आशिक की भी पहचान की है, जो समय-समय पर छात्रा के घर पर आता-जाता रहता था। क्योंकि नियंत्रण रेखा पर फेंसिंग के आगे जीरो लाइन क्षेत्र होने के साथ ही उक्त गांव आधा भारत में और आधा पाकिस्तान के कब्जे में है। दोनों तरफ के लोगों में रिश्तेदारी है। जानकारी के अनुसार सूचना पर उप जिला मेंढर में नियंत्रण रेखा पर तैनात बीएसएफ ने पुलिस के साथ मिल कर साझा अभियान चला कर 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा को मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में दबोचा। पूछताछ और उसकी निशानदेही पर घर के पास छिपा रखी 400 ग्राम हेराइन बरामद की गई।
पहली बार बच्चों का इस्तेमाल
नियंत्रण रेखा पर फैंसिंग के आगे गांव होने के कारण आईएसआई और आतंकी संगठनों द्वारा हथियार और मादक पदार्थ पहुंचाए जाते हैं। गतवर्ष सुरक्षाबलों ने उपजिला मेंढर में जीरो लाइन के पास स्थित क्षेत्रों से आदा दर्जन से अधिक युवकों पिस्टलों, ग्रेनेड और नशीली वस्तुओं के साथ दबोचा है। लेकिन अब स्कूली बच्चों को निशाना बनाया जा रहा है।
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