खैरागढ़ (khabargali) नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत आज इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ में दो विषयों पर व्याख्यान हुआ। विषय विशेषज्ञ डॉ. दिलीप घोष ने 'नई शिक्षा नीति 2020 (विभिन्न कलाओं के विशेष संदर्भ में)' तथा 'भविष्य में विश्वविद्यालय का स्वरूप' विषयों पर दो व्याख्यान दिया। इस अवसर पर कुलपति डॉ. मोक्षदा (ममता) चंद्राकर तथा कुलसचिव डॉ. आईडी तिवारी विशेष रूप से उपस्थित थे। इस व्याख्यान माला में अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, विद्यार्थियों, शिक्षक, अधिकारी और कर्मचारी समेत पूरे विश्वविद्यालय परिवार ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
कार्यशाला भी शुरू
विश्वविद्यालय के संगीत संकाय के तंत्री वाद्य विभाग में सितार वाद्य के सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक वादन कला की कार्यशाला 14 जून से प्रारंभ हुई है। 1 सप्ताह की अवधि तक चलने वाले इस कार्यशाला में पुणे से आमंत्रित सितार विशेषज्ञ पंडित सुधीर मसूरकर द्वारा प्रतिभागियों को सितार वादन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यशाला के शुभारंभ अवसर पर संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेसर डॉ हिमांशु विश्वरूप ने आमंत्रित अतिथि विशेषज्ञ का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया। इस अवसर पर विभाग के डॉ. के. रोहन नायडू, विभागाध्यक्ष (गायन) प्रो. डॉ. नमन दत्त, केशव प्रजापति की उपस्थिति रही। साथ ही विभाग के विद्यार्थी भी उपस्थित थे।
- Log in to post comments