पूर्व मंत्री अकबर समेत 3 लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज

Case of abetment to suicide registered against 3 people including former minister Akbar, on Teachers' Day teacher Devendra Kumar Thakur committed suicide by writing a suicide note, Balod, Chhattisgarh, Khabargali

शिक्षक दिवस के दिन शिक्षक देवेंद्र कुमार ठाकुर ने सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या की थी

जानें एफआईआर पर क्या बोले अकबर…

बालोद (khabargali) जिले के घोटिया ग्राम शिक्षक द्वारा आत्महत्या किए जाने के मामले ने नया रुख ले लिया है, इस मामले में पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर सहित तीन लोगों के खिलाफ शिक्षक को आत्महत्या के लिए उकसाए जाने का केस डौंडी थाने में दर्ज किया गया है। यह मामला पुलिस ने मृतक के पास से मिले सोसाइट नोट के आधार पर धारा 108 के तहत दर्ज किया है।

बताया जाता हैं कि आत्महत्या का यह पूरा मामला शिक्षकों की नौकरी लगाए जाने से जुड़ा हुआ है। जो जानकारी मिली हैं उसके अनुसार शिक्षक पूर्व वन मंत्री मोहम्मद अकबर के लिए बिचौलिए का कार्य करता था जिसमें उसकी भूमिका संबंधित लोगों से पैसे लेन-देन को लेकर वन विभाग में नौकरी दिए जाने से संबंधित है। वन विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर बिचौलिए की भूमिका निभाने वाले मृतक प्रधान पाठक देवेंद्र कुमार ठाकुर (56 वर्ष) ने आत्महत्या करने से पहले डौंडी थाने में आवेदन दिया था कि गरियाबंद जिले के मदार उर्फ सलीम खान को नौकरी लगाने के नाम पर पैसे दिए थे। वहीं देवेंद्र कुमार के आत्महत्या मामले में मिले सुसाइड नोट को पुलिस ने सार्वजनिक किया है।

ओडग़ांव स्कूल के प्रधानपाठक देवेंद्र ने सुसाइड नोट में पूर्व वनमंत्री मोहम्मद अकबर, हिरेन्द्र नेताम, सलीम खान, प्रदीप ठाकुर पर नौकरी के नाम पर पैसा लेने का आरोप लगाया है। साल 2022 में अपने रिश्तेदारों से प्रधानपाठक ने नौकरी दिलाने रुपए मांगे थे। अब रिश्तेदार रुपए वापस मांग रहे थे। तो 14 अगस्त को रिश्तेदारों ने नौकरी के नाम से धोखाधड़ी का आवेदन डौंडी थाने में दिया था। वही डौंडी पुलिस ने नौकरी के नाम पर ठगी मामले में तीन व्यक्ति हरेंद्र नेताम, प्रदीप ठाकुर और मदार खान उर्फ सलीम खान के खिलाफ बीएनएसएस की धारा 108 के अलावा नौकरी के नाम पर 420 ठगी का भी मामला दर्ज किया है।

मामले में एडिशनल एसपी अशोक जोशी ने बताया कि आरोपियों ने 70 से अधिक लोगों से 3 करोड़ 70 लाख से ज्यादा की ठगी करने की शिकायत प्राप्त हुई है। मामले में डौंडी पुलिस आगे की विवेचना कर रही है। मामले में सभी का बयान लिया जाएगा। बता दें कि 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस के दिन शिक्षक देवेंद्र कुमार ठाकुर ने आत्महत्या की थी, मृतक शिक्षक ने मरने से पहले सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें मृतक ने आरोप लगाया था कि मोहम्मद अकबर सहित अन्य व्यक्तियों ने वन विभाग में विभिन्न पदों में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी की है।

बहरहाल डौंडी पुलिस ने पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर पर आत्महत्या के लिए उकसाने यानि कि बीएनएसएस की धारा 108 के तहत मामला पंजीबद्ध किया है। वहीं हरेंद्र नेताम, प्रदीप ठाकुर और मदार खान उर्फ सलीम खान के खिलाफ धारा 108 के अलावा 420 के तहत भी अपराध पंजीबद्ध किया गया है। पुलिस का कहना है कि मामले में जांच जारी है, अगर बयान में तथ्य सामने आते है तो पूर्व मंत्री के खिलाफ भी 420 धारा के तहत कार्रवाई हो सकती है।

Case of abetment to suicide registered against 3 people including former minister Akbar, on Teachers' Day teacher Devendra Kumar Thakur committed suicide by writing a suicide note, Balod, Chhattisgarh, Khabargali
मृतक शिक्षक और उनका सुसाइड नोट

अकबर ने खुद के खिलाफ दर्ज एफआईआर को एक साजिश बताया

 पूर्वमंत्री मोहम्मद अकबर ने खुद के खिलाफ दर्ज एफआईआर को एक साजिश बताया है। उन्होंने इस संबंध में दस्तावेज जारी कर मामले का खुलासा किया है जिसके अनुसार 14 अगस्त को शिक्षक देवेन्द्र कुमार कुमेटी ने थाना प्रभारी डौंडी को आवेदन दिया था जिसमें लोगों से पैसा लेना कुबूल करते हुए उनके (कुमेटी के ) साथ शामिल लोगों के नाम बताये गए हैं। मोहम्मद अकबर ने बताया कि कुमेटी के द्वारा दिया गया आवेदन को सरकार छिपा रही है।

एक बयान में पूर्व वनमंत्री ने कहा है कि 6 लोगों धरम देव संतोष कुमार, कु. डिंपल पिता चंदन सिंह, नंदु निषाद पिता छिकलूराम, लक्ष्मी कुवाची पति मुनेश कुमार, मनोहर लाल पिता पुनाराम, योगेश कुमार केवल सिंह, ने थाना प्रभारी डौंडी को एक आवेदन देकर शिकायत की थी कि शिक्षक देवेन्द्र कुमार कुमेटी ने उन लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर 9 जुलाई 2022 को पैसा लिया है। नौकरी के पूर्व साक्षात्कार के नाम पर उन लोगों को होटल नटराज रायपुर में बुलाया गया था। यहां पर फिजिकल जांच के समय हरेन्द्र नेताम एवं मदार खान उपस्थित रहे। इसके बाद देवेन्द्र कुमार कुमेटी ने दिनांक 14.08.2024 को थाना प्रभारी डौंडी को एक आवेदन देकर बताया है कि उसने नौकरी लगाने के नाम पर ली गई राशि को गरियाबंद निवासी मदार खान उर्फ सलीम खान को दिया है।

साथ ही उसने याने देवेन्द्र कुमार कुमेटी ने लोगों से ली गई राशि वापस नहीं मिलने पर खुद यानि देवेन्द्र कुमार कुमेटी तथा हरेन्द्र कुमार नेताम एवं सलीम खान पर कार्रवाई किये जाने की मांग भी आवेदन में की। इसके पश्चात देवेन्द्र कुमार कुमेटी के आत्महत्या पश्चात मृतक के द्वारा लिखे गए कथित पत्र के आधार पर अपने खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में एफआईआर दर्ज किए जाने पर पूर्व वन मंत्री ने सवाल उठाया है।

मोहम्मद अकबर ने कहा है कि जिन 6 लोगों ने नौकरी लगाने के नाम पर राशि लिए जाने की शिकायत थाना प्रभारी डौंडी को लिखित में की थी उस शिकायत में उनका (अकबर) का नाम नहीं है। 14 अगस्त को जो आवेदन शिक्षक देवेन्द्र कुमार कुमेटी ने खुद थाना प्रभारी डौंडी को दिया है उसमें पैसा लेने का जिम्मेदार खुद (देवेन्द्र कुमार कुमेटी), हरेन्द्र कुमार नेता और सलीम खान को बताया है। अचानक पुलिस ने इस पूरे प्रकरण में उनका (अकबर का) नाम कहां से ला दिया। जिस पत्र को आत्म हत्या करने वाले देवेन्द्र कुमार कुमेटी का लिखा पत्र बताया जा रहा है उस पत्र की जांच तक नहीं की गई। इससे साफ-साफ साजिश दिख रही है। पूर्व वनमंत्री मोहम्मद अकबर ने साजिश का खुलासा करते हुए कहा है कि मदार खान उर्फ सलीम खान को उनका भांजा बताया जा रहा है जबकि उनका कोई भांजा ही नहीं है। ये बताता है कि साजिश की पूरी स्क्रिप्ट तैयार की गई है।

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