छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी की अनूठी पहल: 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस पर होगा साहसी बच्चों का सम्मान

A unique initiative by Chhattisgarh Civil Society: Brave children will be honored on Veer Bal Diwas December 26th according to Dr. Kuldeep Solanki, convenor of the society, Raipur, Chhattisgarh, Khabargali.

रायपुर (खबरगली) छत्तीसगढ़ में साहस और बलिदान को समर्पित 'वीर बाल दिवस' इस वर्ष भी गरिमामय ढंग से मनाया जाएगा। छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी द्वारा आयोजित यह विशेष कार्यक्रम 26 दिसंबर 2025 को मुख्यमंत्री निवास में संपन्न होगा। इस आयोजन के मुख्य अतिथि प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय होंगे, जिनकी उपस्थिति में राज्य के 4 साहसी बच्चों को सम्मानित किया जाएगा।

साहसी बालकों का सम्मान

इस वर्ष भी मुख्य आकर्षण राज्य के चयनित चार साहसी बालकों का सम्मान होगा। इन बच्चों ने अपनी वीरता और सूझबूझ से समाज के सामने एक मिसाल पेश की है। मुख्यमंत्री द्वारा इन बालकों को पुरस्कृत करना न केवल उनके मनोबल को बढ़ाएगा, बल्कि प्रदेश के अन्य बच्चों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा।

प्रयासों को मिली राष्ट्रीय पहचान

सोसायटी के संयोजक डॉ. कुलदीप सोलंकी ने बताया कि 26 दिसंबर को 'वीर बाल दिवस' के रूप में घोषित कराने के लिए छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इस उद्देश्य के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर विशेष आग्रह किया था। सोसायटी के इन प्रयासों को तब बड़ी सफलता मिली जब 9 जनवरी 2022 को प्रकाश पर्व के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आधिकारिक घोषणा की। उन्होंने सिख धर्म के 10वें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी के चारों साहिबजादों के सर्वोच्च बलिदान को श्रद्धांजलि देने के लिए प्रतिवर्ष 26 दिसंबर को पूरे देश में 'वीर बाल दिवस' मनाने का निर्णय लिया।

सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व

यह आयोजन नई पीढ़ी को साहिबजादों के शौर्य और धर्म के प्रति उनकी अटूट निष्ठा से परिचित कराने का एक सशक्त माध्यम है। छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी का यह कदम प्रदेश में वीरता की संस्कृति को जीवित रखने और बच्चों के भीतर साहस का संचार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रहा है।

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