रायपुर (ख़बरगली) प्रमुख धार्मिक आयोजनों का केंद्र महादेवघाट अब धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में पहचाना जाएगा। रंग-रोगन करके यहां के मंदिरों को नया स्वरूप दिया जाएगा। इसके साथ ही प्रवेश के दोनों रास्तों पर भव्य स्वागत द्वार बनाए जाएंगे। नगर निगम ने इस स्थल को 20 करोड़ रुपए खर्च करके धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है।
नगर निगम ने नगरोत्थान योजना के तहत खारुन नदी के तट पर स्थित प्राचीन हटकेश्वरनाथ शिवालय के आसपास के मंदिरों को रंग-रोगन करके आकर्षक स्वरूप देने की योजना बनाई है।
29 अक्टूबर को होने जा रही निगम की सामान्य सभा में नगर विकास से संबंधित ऐसे 14 एजेंडों पर मुहर लगेगी, जिस पर कार्य किए जाने हैं। इनमें से एक है महादेवघाट परिसर को आकर्षक रूप देना। महापौर मीनल चौबे का कहना है कि जब पुन्नी मेला लगता है तो ग्रामीण अंचल के लोग भी बड़ी संया में पुण्य की डुबकी लगाने आते हैं। छत्तीसगढ की लोक परंपरा और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में इस परिसर का पुनर्विकास करने का प्लान तैयार किया जा रहा है। मुयमंत्री विष्णु देव देव और उपमुयमंत्री व नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव की मंशा के अनुरूप नगर निगम में सिटी डेवलपमेंट और नगरोत्थान योजना के तहत कई विकास कार्य होंगे। तेलीबांधा चौक में बिजनेस टॉवर आकार लेगा।
यज्ञशाला, शेड वाला कॉरिडोर
महादेवघाट आस्था का केंद्र होने के साथ ही प्राकृतिक और सांस्कृतिक आकर्षण का भी केंद्र है, जिसे उसी स्वरूप में विकासित करने का प्लान है। 20 करोड़ की लागत से होने वाले कार्य का डीपीआर तैयार है। इसके तहत भव्य प्रवेशद्वार बनेगा, ताकि लोगों को महादेवघाट के धार्मिक स्थल होने का अहसास हो सके। दुर्ग की ओर से आने वाली सड़क पर पुल के पास पहला प्रवेश द्वार बनेगा। साथ ही ग्रासपेवर, यज्ञशाला, शेडयुक्त गलियारा यानि की कॉरिडोर, पाथवे, गार्डन, वेंडर शॉप बनाए जाएंगे।
29 को सामान्य सभा में 14 एजेंडों पर लगेगी मुहर
29 अक्टूबर को नगर निगम की सामान्य सभा होगी। इसमें शहर के विकास से संबंधित 14 एजेंडों पर चर्चा होनी है। इसमें महादेवघाट का पुनर्विकास सहित बूढ़ापारा बिजली ऑफिस चौक से पचपेड़ीनाका तक गौरव पथ-2 तथा 18 चौक-चौराहों में रोड जक्शन प्लान का एजेंडा शामिल है। तेलीबांधा चौक के पास टेक्निकल टॉवर का निर्माण और खहारडीह क्षेत्र में 2500 लीटर क्षमता की पानी टंकी निर्माण कराना प्रमुख है।
महादेवघाट का पुनर्विकास होने पर पूरा परिसर सौर ऊर्जा से जगमग होगा। लाइटपोल, एलईडी, बोलार्ड्स एवं डेकोरेटिव लाइट्स लगाने का प्लान है। जिससे घाट क्षेत्र दिन और रात में सुरक्षित और आकर्षक दिखेगा। योजना का उद्देश्य महादेवघाट को राजधानी के अनुकूल एक आदर्श धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करना है। इसके लिए टेंडर करने की स्वीकृति निगम की सामान्य सभा में देने का एजेंडा तैयार है।
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