
रायपुर (खबरगली) भूपेश बघेल सरकार में हुए हजारों करोड़ के शराब घोटाले मामले में EOW ने पूर्व महापौर एजाज ढेबर और परिजनों को पूछताछ के लिए बुलाया था। सात घंटे तक चली पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया है। EOW ने एजाज ढेबर को नोटिस भेजकर तलब किया था। जिसके बाद वो अपने वकील के साथ पहुंचे थे।
जनवरी में EOW- ACB में दर्ज करवाई थी FIR
जनवरी 2024 में ED ने राज्य की जांच एजेंसी EOW- ACB में FIR दर्ज कराई थी। ED ने अपने आवेदन में कहा था कि, तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल में पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा, छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कारपोरेशन के तत्कालीन एमडी एपी त्रिपाठी, कारोबारी अनवर ढेबर के अवैध सिंडिकेट के जरिए दो हजार करोड़ रुपए से अधिक के घोटाले को अंजाम दिया है। EOW- ACB ने जांच शुरू करते हुए डुप्लीकेट होलोग्राम का खुलासा किया था। अनवर ढेबर की जमीन खोदकर बड़े पैमाने पर डुप्लीकेट होलोग्राम जब्त किए गए थे। लेकिन एजेंसी ने पूर्व महापौर एजाज ढेबर और उनके करीबी रिश्तेदारों को तलब किया है।
पूर्व आबकारी मंत्री जेल में हैं बंद
हाल ही में शराब घोटाला मामले की जांच कर रही ED ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के ठिकानों पर दबिश देकर उन्हें हिरासत में लिया था। कवासी को कोर्ट में पेश कर उनकी रिमांड ली गई थी। कवासी लखमा फिलहाल जेल में है। ED ने अपने बयान में कहा था कि कवासी लखमा को हर महीने दो करोड़ रुपए कमीशन दिए जाते थे।
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