
नक्सलियों की लगातार मिल रही धमकियों की है वजह
हेमचंद माझी को वाय श्रेणी की सुरक्षा, गृह विभाग द्वारा आदेश जारी
अबूझमाड़/ रायपुर (khabargali) वैद्यराज हेमचंद मांझी ने अपना पद्म श्री पुरस्कार लौटाने का एलान किया है। उनका कहना है कि नक्सलियों की लगातार मिल रही धमकियों की वजह से वह इस पुरस्कार को लौटाएंगे। इधर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा श्री हेमचंद माझी को वाय श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है। इस संबंध में गृह विभाग मंत्रालय महानदी भवन से आदेश जारी किए जा चुके हैं। गौरतलब है कि राज्य शासन द्वारा प्रोटेक्शन रिव्यू गुप की बैठक में श्री हेमचंद माझी (नारायणपुर) को सुरक्षा श्रेणी प्रदान किए जाने की अनुशंसा और प्रदेश में वर्तमान सुरक्षा परिदृश्य को दृष्टिगत रखते हुए, यह आदेश जारी किया गया है।
नक्सलियों ने मांझी को धमकी देने वाले बैनर लगाए
पुलिस का कहना है कि नक्सलियों ने रविवार रात नारायणपुर जिले के चमेली और गौरदंड गांवों में दो निर्माणाधीन मोबाइल टावरों में आग लगा दी। इसके साथ ही नक्सलियों ने वहां मांझी को धमकी देने वाले बैनर लगाए। इसके अलावा वहां कुछ पर्चे भी फेंके गए, जिसमें हेमचंद मांझी की पद्म श्री सम्मान लेते हुए तस्वीर छपी थी। नक्सलियों ने आरोप लगाया है कि मांझी ने नारायणपुर के छोटेडोंगर इलाके में आमदई घाटी लौह अयस्क परियोजना को शुरू करने में मदद की और इसके लिए रिश्वत भी ली। नक्सलियों द्वारा इससे पहले भी माझी पर इस तरह के आरोप लगाकर धमकी दी गई थी। उधर वैद्यराज मांझी ने खुद पर लगे आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
कौन हैं हेमचंद मांझी
हेमचंद मांझी पांच दशकों से ज्यादा समय से बस्तर सहित पूरे छत्तीसगढ़ के ग्रामीणों को प्राकृतिक और किफायती स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रह हैं। अबूझमाड़ के प्रख्यात वैद्यराज हेमचंद मांझी को महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
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