रायपुर (खबरगली) छत्तीसगढ़ राज्य के रजत जयंती वर्ष समारोह के तहत सहकारी बैंकों की एक विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सहकार के माध्यम से विकास को बढ़ावा देना था, जिसमें कई प्रमुख वक्ताओं ने अपने विचार रखे। डॉ. जोशी ने दिया सहकारिता का नया मंत्र संगोष्ठी के मुख्य वक्ता, सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. उदय जोशी ने सहकारिता की एक नई परिभाषा पेश की। उन्होंने कहा कि, "सहकारिता केवल एक आर्थिक मॉडल नहीं, बल्कि सामूहिक भागीदारी, सामूहिक जिम्मेदारी और संस्कारों पर आधारित है।" उन्होंने जोर देकर कहा कि सहकारिता की प्रगति को उसके मूल सिद्धांतों से जुड़ा होना चाहिए।
2025: अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष
डॉ. जोशी ने यह भी बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2025 को 'अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष' घोषित किया है। इसका मुख्य लक्ष्य सहकारिता के माध्यम से एक बेहतर और अधिक न्यायसंगत विश्व का निर्माण करना है।
फोटो में अध्यक्ष अपैक्स बैंक श्री केदार गुप्ता और श्री कनिराम जी, प्रदेश महामंत्री सहकार भारती छत्तीसगढ़
ये रहे प्रमुख चेहरे
इस महत्वपूर्ण संगोष्ठी में विधायक अमर अग्रवाल, सहकार भारती के छत्तीसगढ़ महामंत्री कनिराम, अपेक्स बैंक के अध्यक्ष केदार नाथ गुप्ता, सौरभ शर्मा और केएन कांडे जैसे कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। यह आयोजन राज्य सहकारी बैंक के अपेक्स परिसर में संपन्न हुआ।
श्री सौरभ शर्मा, प्रदेश कार्यालय मंत्री सहकार भारती
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