वीर बाल दिवस पर होगा साहसी बच्चों का सम्मान: छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी की अनूठी पहल

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अपने आसपास किसी भी बच्चे द्वारा किए गए वीरता एवं अदम्य साहस के कार्य का विवरण नंबर - 75872 59255 पर भेजने की अपील की

रायपुर (khabargali) छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाने जा रही है। वीरबाल दिवस 26 दिसंबर को मनाया जाये , इसके लिए छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी विगत कुछ वर्षों से प्रयासरत थी। आज सोसायटी के सदस्यों ने इस बाबत प्रेस वार्ता की। छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी के संयोजक डॉ. कुलदीप सोलंकी निरंतर जन भावनाओं की आवाज को पहुंचाने के लिए काम करते रहे हैं।

इसी कड़ी में उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदीजी और केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर निवेदन किया था कि 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा करें। उन्होंने अपने पत्र में लिखा था कि इतिहास साक्षी है कि 26 दिसंबर 1705 को छोटे साहिबजादे जोरावरसिंगजी और फतेहसिंगजी (जिनकी उम्र मात्र 9 एवं 5 साल थी) दोनों को अत्याचारी वजीर खान ने जिंदा दीवार में चुनवा दिया था। दोनों साहिबजादों ने अदम्य साहस वीरता और बहादुरी का परिचय देते हुए अत्याचार का सामना किया, अपने अंतिम समय तक यह आह्वान करते रहे कि - देह सिवा वर मोहि इहै , सुभ कर्मन ते कबहुँ ना टरों। ना डरो असि सो जब जाइ लरो, निसचै करि अपुनी जीत करों।।

डॉ. कुलदीप सोलंकी ने लिखा था कि ऐसे अदम्य साहस एवं वीरता का दूसरा प्रमाण मानव सभ्यता में नहीं है। अतः आपसे निवेदन है की हम अपनी 300 से भी अधिक वर्षों की गलती को सुधारें एवं 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने का आदेश जारी करें।

उल्लेखनीय है कि डॉ कुलदीप सोलंकी द्वारा वीर बाल दिवस की घोषणा के लिये चलाये गए हैश ट्रेग #वीरबालदिवस ने विश्व के टॉप 10 में दूसरा स्थान बनाया था ।

प्रधानमंत्री ने सुनी भावनाओं की आवाज

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदीजी ने 9 जनवरी 2022 को प्रकाश पर्व के अवसर पर घोषणा की थी, कि सिखों के 10 वें गुरु; गुरु गोविंद सिंगजी के चारों साहिबजादों को श्रद्धांजलि देने के लिए इस साल से 26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इन महान हस्तियों ने धर्म के महान सिद्धांतों से विचलित होने के बजाय मौत को चुना। "श्री गुरु गोविंद सिंगजी और चार साहिबजादों की बहादुरी और आदर्शों ने लाखों लोगों को ताकत दी। उन्होंने कभी अन्याय के आगे सिर नहीं झुकाया। उन्होंने समावेशी और सौहार्दपूर्ण विश्व की कल्पना की। यह समय की मांग है कि और लोगों को उनके बारे में पता चले’’ --इस हेतु वीर बाल दिवस मनाया जाएगा। इस परम्परा को आगे ले जाने के लिए सिविल सोसायटी द्वारा कार्यक्रम का आयोजन 26 दिसंबर को किया जाएगा।

प्रेस वार्ता में यह की घोषणा:

1. छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी छत्तीसगढ़ के चार साहसी बच्चों को चयनित करके वीर बाल दिवस - 26 दिसंबर को चार साहिबजादो के नाम पर सम्मानित करेगी।

2. इस हेतु छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी ने प्रदेश की जनता से अपील है की अपने आसपास किसी भी बच्चे द्वारा किए गए वीरता एवं अदम्य साहस के कार्य का विवरण व्हाट्सएप नंबर - 75872 59255 पर भेजें ताकि योग्य उम्मीदवारों का चयन हो सके।नाम एवं विवरण व्हाट्सएप करने की अंतिम तिथि 22/12/2022 है ।

पात्रता : आयु 18 वर्ष से कम होनी चाहिए ।

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