नई दिल्ली (khabargali) रेसलर खली जिनका असली नाम दलीप सिंह राणा हैं वे आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं. WWE के रेसलर खली को आज दिल्ली में बीजेपी की सदस्यता दिलाई गई. खली हिमाचल प्रदेश के रहने वाले हैं. बीजेपी ज्वाइन करने के बाद खली ने पीएम मोदी की तारीफ की. खली की एंट्री बीजेपी के लिए फायदेमंद हो सकती है.
द ग्रेट खली ने कहा कि बीजेपी ज्वाइन करके उनको अच्छा लग रहा है. वह बोले कि शायद ही कोई ऐसा देश बचा होगा जहां मैंने रेसलिंग नहीं की हो. पैसे कमाने होते तो अमेरिका में ही रहता. लेकिन मैं भारत आया क्योंकि देश के प्रति मेरे अंदर प्यार है. मैंने देखा है कि मोदी के रूप में देश को सही प्रधानमंत्री मिला है. मुझे लगा क्यों ना देश में रहकर, साथ जुड़कर देश को आगे ले जाने में योगदान दूं. उन्होंने कहा कि वह पीएम मोदी और बीजेपी की विचारधारा से प्रभावित हैं. भाजपा की नीति भारत को आगे बढ़ाने की है, इससे प्रभावित होकर मैं पार्टी में शामिल हुआ हूं. भाजपा जहां भी मेरी ड्यूटी लगाएगी मैं कोशिश करूंगा कि खरा उतरूं.
जानें मजदूरी से रेस्लिंग तक ऐसा रहा खली का सफ़र
सात फुट 1 इंच लंबे खली एक किसान परिवार में पैदा हुआ थे. सात भाई बहनों में से एक दिलीप राणा परिवार में सबसे अलग थे. इसका शरीर बचपन से ही भीमकाय था. आर्थिक हालात सही न होने से दिलीप बचपन में पढ़ाई नहीं कर पाए. इन्हें दूसरे भाइयों की तरह पहले गांव फिर शिमला आकर भी मजदूरी करनी पड़ी.
भारी वजन उठाना खली के बाएं हाथ का खेल था. खली के नाप के बाजार से जूते भी नहीं मिल पाते थे. इसके लिए खली गांव से दूर शिलाई में जाकर एक मोची से चप्पलें और जूते बनवाते थे. वो जहाँ भी जाते उन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ लग जाती थी. जितना पैसा मजदूरी के बाद मिलता था, उससे खली की डाइट भी पूरी नहीं हो पाती थी.
एक आईपीएस अफसर ने खली को पंजाब आकर पुलिस में शामिल होने को कहा. अफसर ने खुद खर्च देकर उन्हें पंजाब बुलाया. खली भी अपने छोटे भाई के साथ पंजाब पुलिस में शामिल हो गया. रेस्लिंग उन दिनों पसंदीदा खेल बनती जा रही थी. खली को भी इसके लिए तैयार किया गया. आखिरकार खली अमेरिका पहुंच गए.
डब्ल्यूडब्ल्यूई में सफर शुरू करना इतना आसान नहीं था. यहां पैसा तो जमकर मिलता था लेकिन उसके लिए खूब पसीना भी बहाना पड़ता था. पहले दिन जैसे ही खली ने रिंग में कदम रखा कि बड़े-बड़े रेस्लर भी कांपने लगे. इसके बाद खली का मिशन शुरू हुआ। उन्होंने अंडरटेकर जैसे रेस्लर को भी 10 मिनट में हराकर सबका ध्यान खींच लिया. इसके बाद बिग शो, मार्क हेनरी और बतिस्ता जैसे पहलवानों को हराकर डब्ल्यूडब्ल्यूई का खिताब जीत लिया. इसके बाद कई सालों तक खली का दबदबा कायम रहा . देश-विदेश में ख्याति के साथ साथ कई सम्मान और पुरस्कार भी उन्हें मिले.
खली के पास इतना पैसा आ गया कि उन्होंने गांव के विकास पर भी इसे खर्चना शुरू कर दिया। उन्होंने हिमाचल प्रदेश में द ग्रेट खली शो के नाम से रेस्लिंग प्रतियोगिताएं भी करवाईं.खली पंजाब में रेस्लिंग अकादमी भी चलातेे हैं अब खली ने राजनीति में कदम रख लिया है.
- Log in to post comments