प्रतिष्ठित चर्म रोग विशेषज्ञ डॉक्टर भरत सिंघानिया और डॉक्टर सारिका सिंघानिया की सुपुत्री हैं आनिया
मोहक आवाज और माधुर्य संगीत से भरे इस गाने को सुनने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
रायपुर (khabargali) प्रतिभा उम्र की मोहताज़ नहीं होती, सिर्फ सोलह वर्ष की आयु में रायपुर शहर की उभरती गायिका आनिया सिंघानिया ने छत्तीसगढ़ महतारी को समर्पित अपने प्रथम गीत " छत्तीसगढ़ महतारी तोर कतका करवं बखान.." से एक जोरदार आगाज़ किया है। छत्तीसगढ़ की अनुपम भूमि और उसके निवासियों के सहज सरल स्वभाव की प्रशंसा से भरा यह गीत और इसका संगीत माधुर्य की अद्भुत मिसाल हैं। गीत के बोल श्री दिलीप कुमार ने लिखे और उसे साल स्टूडियो ने संगीत से सजाया है। जी एन योगी के डायरेक्शन और दीपक जिंदवानी के प्रोडक्शन तले बना यह गीत बड़ा ही सुरीला है।
शास्त्रीय गायन में विद की उपाधि प्राप्त है आनिया
शहर के प्रतिष्ठित चर्म रोग विशेषज्ञ डॉक्टर भरत सिंघानिया और डॉक्टर सारिका सिंघानिया की सुपुत्री आनिया ने खैरागढ़ विश्वविद्यालय से शास्त्रीय गायन में विद की उपाधि प्राप्त की है। एन एच गोयल विद्यालय में कक्षा ग्यारहवीं में अध्यनरत आनिया को बचपन से ही गायन में रुचि थी।शहर और राज्य स्तरीय कई गायन प्रतियोगिताओं में उन्होंने शानदार प्रस्तुति दी है।
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